जमुई/बिहार (Jamui/Bihar), 27 नवंबर 2024, बुधवार : भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय द्वारा प्रायोजित जन शिक्षण संस्थान जमुई क्षेत्र की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने एवं उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में आर्टिफिशियल ज्वेलरी की ट्रेनिंग दे रही है।गिद्धौर और खैरा में प्रशिक्षण से महिलाएं तरह-तरह की आर्टिफिशियल ज्वेलरी बनाकर खुद को आत्मनिर्भर बनाना चाहती है।
जमुई जिला अंतर्गत गिद्धौर के सोहजाना गांव में आभूषण निर्माण का प्रशिक्षण दे रहीं ट्रेनर कुमारी दीपा बताती हैं कि इस ट्रेनिंग को कस्टम ज्वेलरी भी कहते हैं। इसके तहत महिलाओं को लाह की चूड़ी,भांगड़ा चूड़ी,जालीदार चूड़ी, कान झुमका,कान टॉप्स,नथ, टीका,गले का सेट और अन्य ज्वेलरी निर्माण की ट्रेनिंग दी जा रही है। महिलाएं रुचि लेकर इसे सीख भी रही है। इसके बाद इन्हें भारत सरकार द्वारा अनुमोदित एक दक्षता प्रमाण पत्र भी मिलेगा। इनके बनाए हुए आभूषण कस्टमर की पहली पसन्द बने, इसके लिए महिलाओं को पैकिंग के गुर भी सिखाये जा रहे हैं। इससे प्रशिक्षित होकर महीने के 5 -7 हजार आसानी से कमाई कर महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो सकेंगी।
वहीं निदेशक अंशुमान बताते हैं कि भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय द्वारा प्रायोजित जन शिक्षण संस्थान जमुई जिले के 1800 युवा वर्ग को ब्यूटीशियन, सिलाई, फैशन ज्वेलरी, कंप्यूटर आदि विभिन्न प्रकार के स्किल ट्रेनिंग देकर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने का प्रयास कर रही है।इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों से महिलाएं सशक्त और स्वावलंबी होकर परिवार की आर्थिक स्थिति बेहतर कर सकेंगी। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए उनमें कौशलपरक शिक्षा समावेशित होना जरूरी है।