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केवी की शिक्षिका द्वारा बिहार और बिहारी अस्मिता पर हमला, मनीष कश्यप का बड़ा बयान

पटना/बिहार (Patna/Bihar), 28 फरवरी 2025, शुक्रवार : बिहार—जिसकी धरती ने बुद्ध, महावीर, गुरु गोविंद सिंह, चाणक्य और अनगिनत महान विभूतियों को जन्म दिया, जहां नालंदा और विक्रमशिला जैसे विश्वप्रसिद्ध शिक्षा केंद्र रहे, आज उसी बिहार और बिहारी अस्मिता पर बार-बार हमले हो रहे हैं। हाल ही में केंद्रीय विद्यालय जहानाबाद की एक शिक्षिका द्वारा बिहार और बिहारी समाज के प्रति आपत्तिजनक और अपमानजनक वीडियो बनाए जाने का मामला सामने आया है, जिसने हर बिहारी के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाई है।

★ मनीष कश्यप की तीखी प्रतिक्रिया : सिर्फ निलंबन नहीं, बर्खास्तगी होनी चाहिए
इस घटना को लेकर देश के चर्चित डिजिटल मीडिया पत्रकार और भाजपा नेता मनीष कश्यप ने जबरदस्त प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने साफ कहा कि सिर्फ निलंबन इस अपराध की सजा नहीं हो सकती, बल्कि शिक्षिका को नौकरी से बर्खास्त किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर यही टिप्पणी बिहार की किसी जाति विशेष पर की गई होती, तो पूरे राज्य में आंदोलन खड़ा हो जाता, मगर जब बिहारी अस्मिता पर सीधा हमला हुआ है, तब भी लोग खामोश बैठे हैं।

उन्होंने सवाल उठाया कि बिहार के गौरवशाली इतिहास से लोगों को इतनी चिढ़ क्यों है? क्यों बार-बार बिहार और बिहारियों का अपमान किया जाता है? उन्होंने कहा कि बिहार वह भूमि है जहां से दुनिया को ज्ञान और धर्म की दिशा मिली, जहां से संघर्ष और नेतृत्व का इतिहास जुड़ा हुआ है, फिर भी बिहारी समाज को अन्य राज्यों में गलत नजरों से देखा जाता है।

★ बिहार से जलन क्यों?
मनीष कश्यप ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि बिहार की प्रतिभा से जलने वाले लोग ही इस तरह की हरकतें करते हैं। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ जब किसी ने बिहारियों का अपमान करने की कोशिश की हो। बिहार ने IAS, IPS, डॉक्टर, इंजीनियर, प्रोफेसर, वैज्ञानिक और बड़े बिजनेसमैन दिए हैं, फिर भी बिहारियों को उनके संघर्षशील और मेहनती स्वभाव के बावजूद तिरस्कार झेलना पड़ता है।

"जिस प्रदेश में नालंदा और विक्रमशिला जैसी विश्वस्तरीय विश्वविद्यालयें रही हों, जिस प्रदेश ने बौद्ध, महावीर और गुरु गोविंद सिंह जैसे महापुरुषों को जन्म दिया हो, वहां के लोगों को अपमानित करने की हिम्मत कोई कैसे कर सकता है?"

★ बिहारी समाज को एकजुट होने की जरूरत
मनीष कश्यप ने कहा कि अगर आज हम इस तरह के हमलों को अनदेखा करते रहेंगे, तो भविष्य में बिहारियों को और भी अधिक अपमान सहना पड़ेगा। उन्होंने बिहारवासियों से अपील करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि हम सब एकजुट होकर अपनी अस्मिता की रक्षा करें। उन्होंने बिहार सरकार और केंद्र सरकार से भी मांग की कि ऐसे मामलों में कठोर कानून बनाया जाए, ताकि बिहारियों के सम्मान से खिलवाड़ करने वालों को सख्त सजा मिले।

★ सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग

मनीष कश्यप ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर सरकार इस शिक्षिका पर केवल निलंबन की औपचारिक कार्रवाई तक सीमित रही, तो यह बिहारियों के स्वाभिमान का अपमान होगा। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार को इस शिक्षिका को बर्खास्त करने के साथ-साथ उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी करनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी बिहार और बिहारियों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने से पहले सौ बार सोचे।

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, "अगर बिहारियों का अपमान ऐसे ही जारी रहा, तो हम चुप नहीं बैठेंगे। हम सड़कों पर उतरेंगे, हम आंदोलन करेंगे, और हम अपनी अस्मिता की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएंगे। अब और नहीं सहेंगे!"

बिहारियों को हमेशा से मेहनती, संघर्षशील और बुद्धिमान माना जाता है। हमने अपनी प्रतिभा से देश-विदेश में अपनी पहचान बनाई है। मगर जब-जब बिहार और बिहारी अस्मिता पर हमला हुआ है, तब-तब राजनीति और समाज के प्रभावशाली लोग चुप्पी साध लेते हैं। मनीष कश्यप ने कहा कि अब समय आ गया है कि हर बिहारी अपनी पहचान और सम्मान के लिए खड़ा हो।

"बिहार का स्वाभिमान अटल था, अटल है, और अटल रहेगा!"

उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो बिहार के युवा अब चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने जनता से अपील की कि अब बिहारी अस्मिता के लिए हर बिहारी को खड़ा होना होगा, नहीं तो आने वाले समय में बिहार और बिहारियों को और भी अपमान सहना पड़ेगा।

"अब और नहीं सहेंगे! बिहार का सम्मान सर्वोपरि है!"