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चंदौली : लोकनाथ महाविद्यालय में बाबासाहेब आंबेडकर की पुण्यतिथि पर दी गई श्रद्धांजलि


चंदौली/उत्तर प्रदेश (Chandauli/Uttar Pradesh), 8 दिसंबर 2023, शुक्रवार | रिपोर्ट - आनंद कुमार :
चंदौली जिले में भारतीय संविधान के शिल्पकार डॉ. भीम राव रामजी अंबेडकर की पुण्य तिथि पर लोकनाथ महाविद्यालय व बीटीसी संकाय में संस्थापक प्रबंधक धनंजय सिंह द्वारा उनके तैल चित्र पर दीपांजलि और पुष्पांजलि अर्पित कर उनके कृतित्व पर प्रकाश डाला गया और प्रशिक्षुओं को जीवन मूल्य को आत्मसात कर देश और समाज हित में उनके द्वारा किए गए। उनकी अभूतपूर्व कार्यशैली की परिचर्चा की।

इस मौके पर प्रबंधक धनंजय सिंह ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर एक विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, समाज सुधारक और राजनीतिज्ञ थे। उनका जन्म 14 अप्रैल, 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था। बचपन से ही अंबेडकर को समाज में भेदभावपूर्ण व्यवहार सहना पड़ा। दलित होने के चलते करियर में आगे बढ़ने के लिए उन्हें बहुत संघर्ष करना पड़ा। अंबेडकर जी ने अपनी काबिलियत के दम पर आजाद भारत के पहले कानून मंत्री के पद तक पहुंचे। 1990 में उन्हें मरणोपरांत भारत का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न भी दिया गया। अंबेडकर ने संविधान निर्माण में भी अहम भूमिका निभाई थी।

उन्होंने समता, समानता, बन्धुता एवं मानवता आधारित भारतीय संविधान को 2 साल 11 महीने और 17 दिन में तैयार कराने में मदद की थी। उन्होंने महिला सशक्तिकरण का हिन्दू संहिता विधेयक पारित करवाने में भी प्रयास किया। अंबेडकर ने शोषितों, श्रमिकों, महिलाओं और युवाओं को जो महत्त्वपूर्ण संदेश दिये। वे एक प्रगतिशील राष्ट्र के निर्माण के लिए अनिवार्य दस्तावेज हैं।
       
इस अवसर पर विवेक सिंह, सुनील कुमार, सिद्धार्थ ओझा, रितेश पांडेय, श्याम सदन, जयप्रकाश और प्रशिक्षुगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता अभय कुमार पीके ने किया।

Chandauli: Tribute paid to Babasaheb Ambedkar on his death anniversary in Loknath Mahavidyalaya.