जमुई/बिहार (Jamui/Bihar), 11 अगस्त 2024, रविवार : वर्तमान समय में मानसून आने पर बेकार बहते पानी के संचयन के बारे में कोई सोचता नहीं है और इस समस्या को नजरअंदाज करते जा रहे हैं। नतीजा यह होता है कि आगामी गर्मी वाले मौसम में हमे जल समस्या की भयावह स्तिथि से अवगत होना पड़ेगा। इसी को देखते हुए साईकिल यात्रा एक विचार मंच के युवाओं का समूह द्वारा जमुई के नगर परिषद के शीतला कॉलोनी मुहल्ला में जल संचयन को लेकर जागरूकता अभियान चलाई गई । इस अवसर पर साइकिल यात्रियों द्वारा नगर परिषद में कई कोचिंग सेंटर के परिसर में 30 पौधा रोपण किया गया।
सदस्य शैलश भारद्वाज एवं कोचिंग संचालक बमबम कुमार द्वारा बताया गया कि देश की घनी आबादी वाले क्षेत्रो में लोगों को पानी की भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।लोग आधुनिक एवं आरामदायक जिंदगी जीने के लिए कुआँ और चापाकल को छोड़कर मोटर द्वारा पानी जरूरत से ज्यादा निकाल के उपयोग कम और बेकार ज्यादा करते है। गर्मी के मौसम में भागते जलस्तर को भूल कर हम परेशान होते, पर इस मानसून में जल के संचयन के बारे में नही सोचते हैं। यदि नगर के हर घर के छत परिसर की बची पानी का संचयन पास के गड्ढे तलाब नदी या नहर की ओर कर दे तो पानी जैसी समस्या से उभरा जा सकता हैं, इसके लिए सोख्ता भी लाभदायक होता है इसके साथ इस मानसून में पौधा रोपण करना भी प्रकृति संरक्षण के साथ साथ जल संचयन के लिए मददगार साबित होता हैं।
मंच के सदस्य राहुल राठौर ने बताया कि एक रिपोर्ट के मुताबित देश के 75 फीसदी मकानों में पानी की सप्लाई नहीं है। चेतावनी के तौर पर यह भी कहा जा रहा है कि देश में 2030 तक पानी की किल्लत और भी ज्यादा विकराल रूप धारण कर सकती है। इसी के बचाव के लिए हमें जल संचयन और पौधरोपण करना चाहिए।
इस अवसर पर मंच के गोलू कुमार, हर्ष कुमार सिन्हा, राकेश कुमार, सीपू सिंह परिहार, हैप्पी आनंद भारद्वाज, शैलेश भारद्वाज, लड्डू मिश्रा, विवेक कुमार, मन्नू कुमार, राज पांडे, रोशन कुमार, अमन सिंह चंदेल, सूरज कुमार, राजीव रंजन, राहुल राठौर, सहित कई छात्र उपस्थित हुए।