राज्य बोर्ड के छात्रों के साथ हो रहे भेदभाव पर पीयू छात्र संघ महासचिव सलोनी राज ने जताई चिंता

पटना/बिहार। पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ की महासचिव सलोनी राज ने विश्वविद्यालय प्रशासन को एक पत्र लिखकर राज्य बोर्ड के छात्रों के साथ नामांकन प्रक्रिया में हो रहे भेदभाव पर गहरी चिंता जताई है। महासचिव ने इस विषय पर तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने की मांग की है।

पत्र में कहा गया है कि वर्तमान नामांकन प्रक्रिया, जो अंकों के आधार पर की जाती है, राज्य बोर्ड के छात्रों के लिए अन्यायपूर्ण सिद्ध हो रही है। उन्होंने लिखा कि सीमित संसाधनों और सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों के बावजूद राज्य बोर्ड के छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं, परंतु उनके बोर्ड के अंकों की तुलना में केंद्रीय बोर्डों के छात्रों को अधिक वरीयता मिलती है।

सलोनी राज ने मांग की है कि राज्य बोर्ड के छात्रों को उचित टेटर दिया जाए, नामांकन प्रक्रिया में विविधता और समता को प्राथमिकता दी जाए और छात्रों की आवाज़ को समय पर सुना जाए। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से यह भी आग्रह किया कि भेदभावमुक्त और समावेशी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

पत्र की प्रतिलिपि विश्वविद्यालय के कुलपति, रजिस्ट्रार एवं डीएसडब्ल्यू को भी भेजी गई है। महासचिव ने अंत में लिखा कि "छात्रों का विश्वास बनाए रखना संस्थान की जिम्मेदारी है, और यह जिम्मेदारी निभाना विश्वविद्यालय के गौरव का प्रश्न है।"
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