Jamui: मानव एकता दिवस पर संत निरंकारी मिशन ने रचा इतिहास, 105 लोगों ने किया स्वैच्छिक रक्तदान

जमुई/बिहार (Jamui/Bihar), 25 अप्रैल 2025, गुरुवार : मानवता और एकता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाते हुए संत निरंकारी मिशन ने एक बार फिर सेवा की मिसाल पेश की। मिशन द्वारा गुरुवार को मानव एकता दिवस के अवसर पर एकदिवसीय स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें कुल 105 सेवादारों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और रक्तदान किया।

इस रक्तदान शिविर का आयोजन संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के तत्वावधान में मोहनपुर स्थित मिशन भवन में किया गया। शिविर का विधिवत उद्घाटन जमुई विधायक श्रेयसी सिंह एवं मिशन के क्षेत्रीय प्रभारी डॉ. बलराम भगत ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया।

इस अवसर पर विधायक श्रेयसी सिंह ने कहा, "एक यूनिट रक्त कई लोगों की जान बचा सकता है। रक्तदान सबसे बड़ा मानव सेवा का कार्य है और संत निरंकारी मिशन इस दिशा में प्रशंसनीय योगदान दे रहा है।"

मंच से संबोधित करते हुए डॉ. बलराम भगत ने मिशन के इतिहास और उद्देश्य को साझा करते हुए बताया कि 24 अप्रैल 1980 को सतगुरु बाबा गुरबचन सिंह महाराज की हत्या के बाद मिशन के अनुयायियों में आक्रोश था, लेकिन तब बाबा हरदेव सिंह महाराज ने यह संदेश दिया कि "हम खून का बदला खून से नहीं, बल्कि रक्तदान कर इंसान की नाड़ियों में बहाकर लेंगे।"

तभी से हर साल 24 अप्रैल को ‘मानव एकता दिवस’ के रूप में मनाया जाता है और पूरे देश में रक्तदान शिविर आयोजित किए जाते हैं। इस बार भी मिशन के दर्जनों स्वयंसेवकों ने सेवा भाव से रक्तदान किया। शिविर में एकत्रित समस्त रक्त को जमुई सदर अस्पताल को प्रदान किया गया।

संत निरंकारी मिशन द्वारा किया गया यह आयोजन न केवल रक्तदान की जागरूकता को बढ़ावा देता है, बल्कि समाज में मानवता, एकता और सेवा का संदेश भी प्रसारित करता है।
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