जमुई/बिहार (Jamui/Bihar), 10 अप्रैल 2025, गुरुवार : उत्तर भारत के कई हिस्सों में हुई बेमौसम बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। जहां एक ओर अच्छी फसल की आस में किसान मेहनत कर रहे थे, वहीं अचानक हुई बारिश ने उनकी खड़ी फसल को तबाह कर दिया। खेतों में काटकर रखी गई गेहूं की फसल भीग जाने से भारी नुकसान हुआ है।
बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया है, जिससे न केवल फसल सड़ने लगी है, बल्कि अगले सीजन की बुवाई पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। जिन किसानों की आजीविका पूरी तरह खेती पर निर्भर है, उनके लिए यह आपदा किसी बड़े संकट से कम नहीं।
स्थानीय किसान बताते हैं कि एक दुःख खत्म नहीं होता, तब तक दूसरा सामने खड़ा हो जाता है। प्रकृति की इस मार से बच पाना मुश्किल होता जा रहा है। बारिश से बर्बाद हुई फसलें अब केवल मायूसी और चिंता का कारण बन गई हैं। किसान समुदाय सरकार और प्रशासन से मुआवज़े और राहत की अपील कर रहा है, ताकि वे इस कठिन समय से उबर सकें और अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें।