मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार से बसपा प्रमुख मायावती ने की मुलाकात, पारदर्शिता बढ़ाने पर जोर

नई दिल्ली, 6 मई 2025, बुधवार। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती ने मंगलवार को राजधानी दिल्ली में भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त श्री ज्ञानेश कुमार से शिष्टाचार मुलाकात की। यह बैठक निर्वाचन आयोग के दिल्ली स्थित मुख्यालय "निर्वाचन सदन" में आयोजित की गई, जहां बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव आयोग के उच्चाधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया।

मायावती के साथ इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री सतीश चंद्र मिश्रा और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री श्रीधर भी उपस्थित थे। चुनाव आयोग ने इस मुलाकात की जानकारी सार्वजनिक रूप से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) के माध्यम से साझा की। आयोग द्वारा जारी किए गए आधिकारिक वक्तव्य में कहा गया कि यह बातचीत देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को अधिक समावेशी और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

चुनाव आयोग की ओर से जारी बयान में बताया गया कि मुख्य चुनाव आयुक्त श्री ज्ञानेश कुमार, चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी ने बहुजन समाज पार्टी के प्रतिनिधिमंडल से विस्तृत चर्चा की। यह बातचीत भारत निर्वाचन आयोग की उस पहल का हिस्सा थी, जिसके तहत आयोग राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों के साथ संवाद कायम कर रहा है ताकि चुनावी प्रक्रिया से जुड़ी चिंताओं, सुझावों और मुद्दों को प्रत्यक्ष रूप से सुना और समझा जा सके।

आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि यह पहल चुनाव प्रक्रिया में सभी हितधारकों की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस प्रकार की बैठकों से न केवल संवाद को बढ़ावा मिलेगा बल्कि राजनीतिक दलों को यह अवसर मिलेगा कि वे मौजूदा चुनावी ढांचे के भीतर सुधारों और जरूरतों पर सीधा संवाद कर सकें।

महत्वपूर्ण तथ्य यह भी हैं कि:
– यह बैठक आयोग की ओर से जारी उस नीति के अंतर्गत आयोजित की गई है, जिसमें अधिक से अधिक और नियमित रूप से राजनीतिक दलों से जुड़ाव बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है।
– आयोग ने अब तक कुल 4,719 सर्वदलीय बैठकें आयोजित की हैं, जिनमें 40 बैठकें मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (CEO) द्वारा, 800 बैठकें जिला निर्वाचन अधिकारियों (DEO) द्वारा और 3,879 बैठकें निर्वाचक रजिस्ट्रेशन अधिकारियों (ERO) द्वारा की गईं।
– इन बैठकों में देशभर के 28,000 से अधिक राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया है।

यह मुलाकात इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि देश इस समय आम चुनावों के दौर से गुजर रहा है, और ऐसी बैठकें चुनाव आयोग की पारदर्शिता और सभी राजनीतिक दलों के साथ निष्पक्षता बनाए रखने की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
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