पटना में स्व. प्रभात सरसिज की आत्मशांति के लिए सत्संग आयोजित, भक्ति-प्रवचन की हुई प्रस्तुति

पटना/बिहार। हिंदी के प्रख्यात कवि, साहित्यकार, पत्रकार एवं राजनीति के गूढ़ विचारक स्व. प्रभात कुमार सिन्हा उर्फ प्रभात सरसिज की आत्मा की शांति के लिए बीते रविवार को एक भव्य सत्संग का आयोजन किया गया। यह आयोजन पटना स्थित उनके शिवपुरी आवास पर किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में उनके परिवारजन, मित्र, शुभचिंतक और साहित्य प्रेमी उपस्थित हुए।
सत्संग में विशेष रूप से महर्षि मेंहीं आश्रम, सहरसा से पधारे अनुभव बाबा एवं ज्ञानी बाबा ने भाग लिया। दोनों संतों ने संत तुलसीदास, संत कबीर और अन्य भक्त कवियों के दोहों, भजनों और प्रवचनों के माध्यम से भक्ति और जीवन के सच्चे अर्थों की व्याख्या की। उनकी मधुर वाणी में प्रस्तुत दोहों और भजनों ने उपस्थित सभी श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। संतों ने जीवन में सत्य, प्रेम और सेवा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि प्रभात सरसिज जैसे साहित्यकार समाज के लिए अमूल्य धरोहर होते हैं और उनकी स्मृति को जीवित रखना ही सच्ची श्रद्धांजलि है।
इस अवसर पर स्व. प्रभात सरसिज के स्वजन, मित्रमंडली, साहित्यिक साथियों तथा शुभचिंतकों ने भी उनकी स्मृतियों को साझा करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का वातावरण पूरी तरह भक्तिमय रहा, जिसमें शांति, श्रद्धा और आत्मीयता का अद्भुत संगम देखने को मिला। सभी उपस्थित जनों ने स्व. प्रभात सरसिज की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और उनके साहित्यिक एवं सामाजिक योगदान को चिरस्मरणीय बताया।
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