जमुई/बिहार। जमुई जिलांतर्गत लक्ष्मीपुर प्रखंड के मड़ैया पंचायत के धरवा गांव वार्ड संख्या 12 में नालियों की दुर्दशा स्थानीय लोगों के लिए गंभीर समस्या बन चुकी है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में बनी नालियों को कुछ लोगों द्वारा जानबूझकर मिट्टी से पाट दिया गया है, जिससे पानी का बहाव बाधित हो गया है। परिणामस्वरूप, नाली का गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है, जिससे दुर्गंध फैल रही है और राहगीरों को भारी असुविधा हो रही है।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि दुर्गंध इतनी तीव्र है कि सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। सड़कों के किनारे लकड़ी के खूंटों से बंधे मवेशियों को बैठने में भी कठिनाई होती है। स्थिति और भी भयावह हो जाती है जब बारिश के दिनों में घरों का पानी भी बाहर निकलने के बजाय नालियों में ही भर जाता है। गंभीर बात यह है कि आज तक नालियों की मरम्मत या सफाई को लेकर न तो किसी जनप्रतिनिधि ने संज्ञान लिया है, और न ही स्थानीय बुद्धिजीवियों या गणमान्य नागरिकों ने कोई पहल की है। पंचायत स्तर पर यह उदासीनता स्थानीय जनता के लिए चिंता का विषय बन चुकी है। गांव को स्वच्छ भारत मिशन के तहत 'लोहिया स्वच्छ पंचायत' के रूप में नामित किया गया है, लेकिन जमीनी हकीकत इसके विपरीत है। नालियों की गंदगी और उससे उत्पन्न दुर्गंध के चलते लोगों का जीना दूभर हो गया है। दर्जनों घर इस समस्या से प्रभावित हैं।
स्थानीय लोगों में असंतोष इतना बढ़ गया है कि आए दिन पड़ोसियों के बीच कहासुनी और विवाद होते रहते हैं, जिससे आपसी सद्भाव और सामाजिक सौहार्द भी खतरे में है। ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रखंड और पंचायती राज विभाग के अधिकारी शीघ्र हस्तक्षेप करें और नालियों की सफाई व मरम्मत कार्य को प्राथमिकता दें, ताकि गांव को दुर्गंध और जलजमाव से निजात मिल सके।
Tags:
Bihar