वजन कम करने की जद्दोजहद में नाकाम? नींद की कमी हो सकती है असली वजह, जानिए कैसे बेहतर नींद से घटेगा वजन

नई दिल्ली, 10 नवंबर 2025, सोमवार : क्या आप रोज़ घंटों जिम में पसीना बहा रहे हैं, सख्त डाइट फॉलो कर रहे हैं, फिर भी वजन कम नहीं हो रहा? अगर हां, तो आपकी समस्या का जवाब आपकी नींद में छिपा हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि वजन घटाने की असली शुरुआत बेहतर और पूरी नींद से होती है, क्योंकि नींद ही शरीर को रीसेट और रिपेयर करने का सबसे अहम जरिया है।

सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखीजा का कहना है कि “अगर आप वजन घटाने की राह पर हैं, तो सबसे बड़ा बदलाव नींद से ही आएगा। पूरी और गहरी नींद लेने से शरीर में इंसुलिन का स्तर नियंत्रित रहता है, भूख पर काबू होता है और फैट बर्निंग की प्रक्रिया तेज हो जाती है।”

• रिसर्च में भी नींद की अहमियत साबित
अमेरिकी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ और नेशनल लाइब्रेरी ऑफ साइंस की रिपोर्ट के अनुसार, सौ साल पहले इंसान औसतन नौ घंटे तक सोया करता था, जबकि आज औसत नींद घटकर सिर्फ साढ़े छह घंटे रह गई है। इतना ही नहीं, करीब 30% वयस्क ऐसे हैं जो हर रात छह घंटे से भी कम सोते हैं।

यह नींद की कमी सिर्फ थकान नहीं लाती, बल्कि शरीर के हार्मोनल संतुलन को भी गड़बड़ा देती है। नींद कम होने पर घ्रेलिन नामक हार्मोन (जो भूख बढ़ाता है) का स्तर बढ़ जाता है, जबकि लेप्टिन (जो पेट भरने का संकेत देता है) घट जाता है। नतीजतन, व्यक्ति जरूरत से ज्यादा खाता है — खासकर मीठा और जंक फूड।

• नींद की कमी से बढ़ता मोटापा और डायबिटीज़ का खतरा
नींद की कमी से शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ जाता है, जिससे कैलोरी बर्न नहीं होती और फैट तेजी से जमा होता है। लंबे समय तक ऐसा चलने पर इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ जाती है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर ऊपर जाता है और व्यक्ति डायबिटीज़ की ओर बढ़ने लगता है।

विशेषज्ञों के अनुसार, खराब नींद मोटापे, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, और तनाव जैसी बीमारियों को गंभीर बना देती है।

• चौबीस घंटे चलने वाली जीवनशैली बड़ी वजह
आधुनिक जीवनशैली में 24x7 काम करने की संस्कृति, लगातार स्क्रीन टाइम, मोबाइल और टीवी की नीली रोशनी ने हमारे नींद के प्राकृतिक सर्कल (सर्केडियन रिद्म) को बिगाड़ दिया है। इससे शरीर और दिमाग को पर्याप्त आराम नहीं मिल पाता।

“हमारा शरीर तभी सही से रिपेयर होता है जब हम 7 से 8 घंटे की गहरी नींद लेते हैं,” पूजा मखीजा बताती हैं। “यही नींद हार्मोन संतुलन, पाचन क्रिया और मानसिक स्थिरता को बनाए रखती है, जो वजन घटाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।”

• सिर्फ 5-10% लोग ही लंबे समय तक वजन घटा पाते हैं
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिर्फ 5 से 10 प्रतिशत लोग ही लंबे समय तक डाइट और एक्सरसाइज के जरिए वजन नियंत्रित रख पाते हैं। बाकी के लिए असली कुंजी है — नींद का संतुलन। नींद पूरी होने पर न सिर्फ वजन घटता है, बल्कि शरीर अधिक ऊर्जावान, एकाग्र और स्वस्थ महसूस करता है।

• विशेषज्ञों की सलाह
- रोज़ाना एक तय समय पर सोने और उठने की आदत डालें।
- सोने से कम से कम एक घंटा पहले मोबाइल और टीवी बंद करें।
- कैफीन और भारी भोजन से शाम के बाद परहेज़ करें।
- नींद के लिए शांत, अंधेरा और ठंडा वातावरण बनाएँ।

अगर आप वजन घटाने में असफल हो रहे हैं, तो अब समय है कि अपनी नींद को गंभीरता से लें। क्योंकि स्वस्थ शरीर की नींव सिर्फ डाइट और एक्सरसाइज नहीं, बल्कि बेहतर नींद भी है, जो शरीर को भीतर से बदलने की ताकत रखती है।
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