बेंगलुरु। बेंगलुरु में एक टीचर की ओर से अपनी छात्रा के पिता को फंसाकर धन उगाही करने के मामले में पुलिस ने आरोपी महिला टीचर और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। यह मामला बेंगलुरु के एक स्कूल में पढ़ने वाली एक 5 साल की छात्रा के पिता के साथ जुड़ा हुआ है।
पुलिस के मुताबिक, पश्चिमी बेंगलुरु के एक इलाके में अपनी पत्नी और तीन बेटियों के साथ रहने वाले सतीश (बदला हुआ नाम) ने 2023 में अपनी सबसे छोटी 5 साल की बेटी का स्कूल में दाखिला कराया था। स्कूल में ही उनकी मुलाकात श्रीदेवी रुदगी से हुई, जो कि उनकी बेटी की क्लास टीचर थीं।
श्रीदेवी रुदगी ने सतीश को अपने जाल में फंसाने के लिए एक अलग सिम कार्ड लेकर उनसे संपर्क करना शुरू कर दिया। उन्होंने सतीश को फोन से मैसेज और वीडियो कॉल करनी शुरू कर दी। श्रीदेवी रुदगी ने सतीश से 4 लाख रुपये ऐंठ लिए और जनवरी में 15 लाख रुपयों की डिमांड की। सतीश के हिचकिचाने पर रुदगी 50,000 रुपये उधार लेने के बहाने उनके घर आ गई।
कुछ समय बाद सतीश के बिजनेस में कुछ समस्याएं आ गई और उन्होंने परिवार के साथ गुजरात जाने का फैसला किया। मार्च की शुरुआत में सतीश बेटी का ट्रांसफर सर्टिफिकेट लेने स्कूल गए, जहां रुदगी के ऑफिस में पहले से गणेश काले और सागर मौजूद थे। इन दोनों ने सतीश को उनकी पर्सनल तस्वीरें और वीडियो दिखाए और 20 लाख रुपयों की डिमांड करने लगे। साथ ही कहा कि पैसे न देने पर ये सब उनके परिवार को भेज देंगे।
सतीश के साथ हुई बातचीत में 15 लाख रुपये पर वो लोग मान गए, जिसमें से 1.9 लाख रुपये का भुगतान किया गया। इन सबके बीच और पैसों की डिमांड जारी रही। 17 मार्च को रुदगी ने सतीश को फोन कर बाकी पैसे देने को कहा। रुदगी ने कहा कि 5 लाख रुपये एक पूर्व पुलिस अधिकारी को, 1-1 लाख रुपये सागर और काले को और बाकी 8 लाख रुपये उसे चाहिए।
इन सबसे परेशान होकर आखिर में सतीश ने पुलिस से शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रुदगी, सागर और काले को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
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