नई दिल्ली (New Delhi), 4 अप्रैल 2025, शुक्रवार : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत से आयात पर 26 प्रतिशत रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा के बाद फार्मास्युटिकल्स को टैरिफ से छूट दी गई है। यह निर्णय भारतीय दवा निर्यातकों के लिए एक बड़ी राहत है, क्योंकि अमेरिका भारत से फार्मास्युटिकल्स का सबसे बड़ा आयातक है।
भारतीय फार्मास्युटिकल अलायंस (आईपीए) के महासचिव सुदर्शन जैन ने कहा कि यह निर्णय सार्वजनिक स्वास्थ्य, आर्थिक स्थिरता और राष्ट्रीय सुरक्षा में लागत प्रभावी, जीवन रक्षक जेनेरिक दवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है। उन्होंने कहा कि भारतीय फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री दोनों देशों की साझा प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
हालांकि, एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ मेडिकल डिवाइस के डेटा के अनुसार, अमेरिका से भारत में मेडिकल डिवाइस आयात 1,519.94 मिलियन डॉलर के साथ काफी अधिक था, जबकि भारत का अमेरिका को मेडिकल डिवाइस निर्यात 714.38 मिलियन डॉलर था। एआईएमईडी के फोरम कॉर्डिनेटर राजीव नाथ ने कहा कि अमेरिका को भारतीय मेडिकल डिवाइस निर्यात पर 26 प्रतिशत रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने से इस क्षेत्र के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती हो सकती है ¹।
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