जमुई/बिहार। संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ को लेकर मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जमुई की जिलाधिकारी श्रीमती अभिलाषा शर्मा (भा.प्र.से.) ने सक्रिय रूप से भाग लिया और जिले की तैयारियों की समीक्षा करते हुए दिशा-निर्देशों के अनुपालन का भरोसा दिलाया।
जमुई जिला प्रशासन की ओर से पुलिस अधीक्षक श्री मदन आनंद (भा.पु.से.), अपर समाहर्ता सहित संबंधित विभागों के कार्यपालक पदाधिकारी भी NIC, जमुई के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष से बैठक में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री द्वारा बैठक में दिए गए निर्देशों जैसे समय पर दवाओं की आपूर्ति, बाढ़ आश्रय स्थल का निर्माण, सामुदायिक रसोई संचालन, जल-स्तर की निगरानी और गाद निकासी आदि को लेकर डीएम अभिलाषा शर्मा ने विशेष ध्यान देने का आश्वासन दिया। उन्होंने बैठक के उपरांत जिले के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का समयबद्ध पालन सुनिश्चित किया जाए।
डीएम ने अधिकारियों को कहा कि बाढ़ एवं सुखाड़ की दोहरी संभावनाओं को देखते हुए सभी विभाग पहले से पूरी तैयारी रखें। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि प्रत्येक पंचायत एवं बाढ़ प्रभावित संभावित क्षेत्र का भौतिक सत्यापन कर आवश्यक सूची और राहत सामग्री की योजना समय रहते तैयार की जाए।
श्रीमती शर्मा ने जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत जल संरक्षण के कार्यों की निरंतर निगरानी करने और गर्मी व लू से सुरक्षा हेतु सार्वजनिक स्थलों पर शीतल जल, छायादार स्थान तथा प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया।
जमुई डीएम की सक्रियता और सजगता से यह स्पष्ट है कि जिला प्रशासन आपदा प्रबंधन को लेकर पूरी तरह सतर्क और प्रतिबद्ध है। उनकी अगुवाई में जमुई जिले में संभावित आपदाओं से निपटने की दिशा में ठोस तैयारियां की जा रही हैं।
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