जमुई/बिहार। बीते रविवार को जमुई जिलांतर्गत गिद्धौर में शारदीय दुर्गा पूजा सह लक्ष्मी पूजा समिति एवं गिद्धौर के ग्रामीणों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। जिसमें मंदिर के सौंदर्यीकरण पर गिद्धौर राजमहल के कर्मियों द्वारा मौखिक रूप से रोक लगाए जाने के विरोध में समिति और ग्रामीणों की बैठक समिति के कार्यकारी अध्यक्ष राजीव कुमार साव उर्फ पिंकू की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
जिसमें उपस्थित ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि गिद्धौर के दुर्गा पूजा एवं लक्ष्मी पूजा का प्रभार गिद्धौर महाराज बहादुर स्व. प्रताप सिंह के तरफ से वर्ष 1996 में जनश्रित घोषित करते हुए ग्रामीणों द्वारा बनाए गए पूजा समिति को दिया गया है। जिस पर सभी ग्रामीणों ने निर्णय लिया की शारदीय दुर्गा पूजा सह लक्ष्मी पूजा समिति मंदिर के मरम्मत और सौंदर्यकरण करने के लिए स्वतंत्र है। किन्हीं के रोकने से नहीं रुकना है। अगर वर्तमान महाराज कुंवर साहब के तरफ से लिखित रोकने का आदेश आता है तो सभी ग्रामीण महाराज कुमार साहब से मिलकर इस मुद्दे पर बात करेंगे। उपस्थित ग्रामीणों ने मेला क्षेत्र की जमीन के बिक्री के प्रति अपना आक्रोश जताया और सभी ने कहा कि मेला क्षेत्र के जमीन को बेचने का विरोध किया जाएगा और खरीददार को उसे जमीन पर भवन बनाने नहीं दिया जाएगा।
उक्त बैठक में शारदीय दुर्गा पूजा सह लक्ष्मी पूजा समिति के कोषाध्यक्ष सुबोध कुमार केशरी, सचिव शंभू कुमार केशरी, उपाध्यक्ष अजीत कुमार उर्फ कारू, सह कोषाध्यक्ष शंभू बरनवाल, उप सचिव राजेश कुमार उर्फ पाज़ो, उप सचिव संजय कुमार, उप सचिव चंदन कुमार चिक्कू, पूर्व सचिव राजेश कुमार राजू, कार्यकारणी के वरिष्ठ सदस्य अश्वनी सिंह, संतोष सिंह, नरेश सिंह, कुणाल रावत, सुधांशु कुमार, चंदन कुमार, रामावतार राम उर्फ टेमू सहित बड़ी संख्या में समिति के कार्यकारणी सदस्य एवं ग्रामीण मौजूद रहे।
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