इंदिरा गांधी कॉलेज, बोइतामारी में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सफलतापूर्वक सम्पन्न

बोइतामारी (बोंगाईगांव, असम)। गौहाटी विश्वविद्यालय से संबद्ध इंदिरा गांधी कॉलेज, बोइतामारी में “Education 4.0: Navigating the Future of Learning in a Technologically Driven World” विषय पर आयोजित दो दिवसीय बहुविषयक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन 14 सितंबर को हुआ। कॉलेज के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC) के तत्वावधान में आयोजित इस संगोष्ठी का आयोजन हाइब्रिड मोड (ऑनलाइन एवं ऑफलाइन) में किया गया। कार्यक्रम में भार्गव फाउंडेशन फॉर रिसर्च एंड एजुकेशन, धनबाद (झारखंड) सहयोगी संस्था रही।

• देश-विदेश के शिक्षाविदों ने रखे विचार
13 सितंबर को उद्घाटन सत्र के साथ संगोष्ठी की शुरुआत हुई, जिसमें देश-विदेश के प्रख्यात शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों ने एजुकेशन 4.0 के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार प्रस्तुत किए।

शोधपत्र प्रस्तुति और मुख्य विषय
14 सितंबर को विभिन्न सत्रों में डॉ. बनाजीत शर्मा (डीन, सोशल साइंस), डॉ. बेंजाना चक्रवर्ती और डॉ. कारपेबिसेकिया (अकादमिक रजिस्टार) सहित कई विद्वानों ने शोधपत्र प्रस्तुत किए। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सिक्योरिटी, वेद-उपनिषद, एजुकेशन 5.0 और वर्तमान शैक्षिक परिदृश्य पर गहन चर्चा हुई।

• सम्मान और पुरस्कार
संगोष्ठी के अंत में भार्गव फाउंडेशन के सीईओ अभिषेक कुमार ने सर्वश्रेष्ठ शोधपत्रों को पुरस्कृत किया। होली मिशन स्कूल, लक्ष्मीपुर (जमुई, बिहार) के शिक्षक कुणाल कुमार पासवान को बेस्ट पेपर प्रेजेंटेशन में तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ।

• व्यापक भागीदारी
कार्यक्रम में भारत के 16 राज्यों से लगभग 300 शोधार्थियों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए। आयोजन की सफलता में भार्गव फाउंडेशन की टीम – अमृता श्रीवास्तव (जनरल मैनेजर), रीना कुमारी, तान्या कुमारी, मनीष कुमार और लक्की कुमार का विशेष योगदान रहा।

कॉलेज प्रशासन ने इस अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी को शिक्षा के भविष्य की दिशा तय करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण पहल बताया।
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