Jamui: हिंदी दिवस पर 506वीं साइकिल यात्रा में पौधारोपण, भाषा व प्रकृति संरक्षण का दिया संदेश

जमुई/बिहार। “हिंदी हमारी पहचान है, पर्यावरण हमारी शान है” जैसे प्रेरक नारों के साथ साइकिल यात्रा एक विचार (रजिस्टर्ड), जमुई की नियमित 506वीं रविवारीय यात्रा धूमधाम से निकली। यह यात्रा श्रीकृष्ण सिंह स्टेडियम परिसर से शुरू होकर शास्त्री कॉलोनी, सतगामा होते हुए नगर परिषद क्षेत्र के खैरमा ग्राम पहुंची।

• खैरमा में पौधारोपण, संस्कृति का संदेश
खैरमा पहुंचने पर आशीष सिन्हा के निजी परिसर में पौधारोपण कर हिंदी दिवस पर विशेष पहल की गई। कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे सिद्धार्थ सिन्हा ने कहा, “हिंदी हमारी मातृभाषा है और पेड़-पौधे हमारी जीवनरेखा। भाषा और प्रकृति, दोनों का संवर्धन ही हमारी सच्ची संस्कृति है। इनका संरक्षण हम सबका कर्तव्य है।”

• आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरक कदम
सदस्य लड्डू मिश्रा ने कहा कि प्रकृति और भाषा का संरक्षण भविष्य की पीढ़ियों को स्वच्छ व हरा-भरा वातावरण प्रदान करेगा।
वहीं अरुणेश मिश्रा ने बताया कि “सिर्फ पौधा लगाना ही हमारा मकसद नहीं है, बल्कि उसका नियमित संरक्षण भी उतना ही जरूरी है। खैरमा गांव में हमारी पहल से 5–6 स्थानों पर छोटे-छोटे बगीचे तैयार हो चुके हैं, जो फल-फूल देने के साथ गांव का पर्यावरण भी समृद्ध कर रहे हैं।”

• युवाओं की बढ़ती भागीदारी
इस अवसर पर गोलू कुमार, संकेत कुमार, हर्ष कुमार सिन्हा, सत्यम कुमार, गुंजन मिश्रा, अरुणेश कुमार मिश्रा, मयंक कुमार, राजा कुमार, चिट्टू कुमार, विजय कुमार, निकेश कुमार, आशीष सिन्हा, पंकज कुमार, के.पी. शौर्य, विवेक कुमार, लड्डू मिश्रा समेत बड़ी संख्या में साइकिल यात्री शामिल हुए।

साइकिल यात्रा एक विचार का यह 506वां अभियान न केवल हिंदी दिवस को यादगार बना गया, बल्कि भाषा और प्रकृति दोनों के संरक्षण का संदेश भी पूरे जमुई क्षेत्र में फैलाया।
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