मढ़ौरा (सारण)। विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मी के बीच मढ़ौरा की राजनीति नए समीकरण गढ़ रही है। जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान अंसारी की जोरदार एंट्री ने पूरे इलाके की सियासी हवा बदल दी है। संगठन में उनकी पकड़ और कार्यक्रमों में दिखा दबदबा अब मढ़ौरा ही नहीं, आसपास के इलाकों में भी चर्चा का विषय बन गया है।
• मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में दिखा दबदबा
मढ़ौरा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियों की कमान खुद इमरान अंसारी ने संभाली। होर्डिंग, बैनर और तोरण द्वारों पर उनके समर्थकों की मौजूदगी साफ तौर पर बता रही है कि संगठनात्मक स्तर पर वे कितना मजबूत नेटवर्क रखते हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, उनकी सक्रियता ने कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह पैदा किया है।
• अल्पसंख्यक मतदाताओं पर खास नजर
मढ़ौरा विधानसभा क्षेत्र में अल्पसंख्यक मतदाताओं की भूमिका निर्णायक मानी जाती है। ऐसे में जदयू ने इस वर्ग पर फोकस बढ़ा दिया है। इमरान अंसारी न सिर्फ अल्पसंख्यक समाज में स्वीकार्यता हासिल कर रहे हैं, बल्कि अन्य तबकों में भी उनकी पकड़ लगातार मजबूत हो रही है। यही कारण है कि संभावित उम्मीदवारों की सूची में उनका नाम सबसे आगे चल रहा है।
• जमीनी पकड़ से बढ़ी दावेदारी
इमरान अंसारी ने विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों और जदयू की योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने में सक्रिय भूमिका निभाई है। स्थानीय राजनीति के जानकार मानते हैं कि उनकी जुझारू छवि और संगठन के प्रति निष्ठा ने उन्हें मढ़ौरा की सियासत में एक उभरते हुए चेहरे के रूप में स्थापित कर दिया है।
• सीएम की नजर में भी खास
पार्टी के अंदरखाने की मानें तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नजर भी इमरान अंसारी पर टिकी है। यही वजह है कि मढ़ौरा में उनकी चर्चा लगातार बढ़ रही है। टिकट को लेकर अंतिम फैसला भले ही बाकी हो, लेकिन इतना तय है कि इमरान अंसारी की एंट्री ने चुनावी समीकरणों को नई दिशा दे दी है।
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