गांधीनगर/गुजरात। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के निधन के बाद उनकी अंतिम यात्रा को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के रुख ने राजनीतिक हलकों में चर्चा गर्म कर दी है। सूत्रों के अनुसार, अंतिम यात्रा के दौरान फूल, टेंट और अन्य व्यवस्थाओं पर लगभग 20 से 25 लाख रुपये का खर्च आया था।
जानकारी के मुताबिक, जुलाई माह में जब इन सेवाओं के भुगतान के लिए व्यापारी रूपाणी के निवास पर पहुंचे, तब परिवार को पता चला कि पार्टी की ओर से कोई भुगतान नहीं किया गया है। इस खुलासे से रूपाणी परिवार को गहरा झटका लगा। अंततः परिवार ने स्वयं यह राशि चुका दी।
दिव्य भास्कर से बातचीत में रूपाणी के एक पारिवारिक मित्र ने कहा, “पैसे का सवाल नहीं है, लेकिन बीजेपी का ऐसा रवैया बेहद तकलीफदेह और बेदर्दी भरा है। पार्टी ने पहले से कोई सूचना भी नहीं दी थी।”
विजय रूपाणी, जिन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई थी, पार्टी के वरिष्ठ नेता माने जाते थे। ऐसे में अंतिम यात्रा के खर्च को लेकर पार्टी की ओर से सहायता न किए जाने पर कई कार्यकर्ताओं और राजनीतिक विश्लेषकों ने भी हैरानी जताई है।
यह घटना न केवल पार्टी के आंतरिक तौर-तरीकों पर सवाल खड़े कर रही है, बल्कि प्रदेश की राजनीति में भी इसको लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
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