जमुई/बिहार। लोकआस्था के महापर्व छठ के पारण के उपरांत बुधवार को जिलेभर में भगवान भास्कर की प्रतिमाओं का विसर्जन श्रद्धा, भक्ति और नियम-निष्ठा के साथ किया गया। मंगलवार को अर्घ्य देने और पारण सम्पन्न होने के बाद भक्तों ने भगवान भास्कर की आराधना कर पूरे विधि-विधान से प्रतिमा विसर्जन किया।
बरहट प्रखंड के मलयपुर कदम घाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। वहां जुलूस की शक्ल में भगवान भास्कर की प्रतिमा को भक्ति गीतों और जयघोषों के बीच विसर्जन स्थल तक लाया गया। विसर्जन स्थल पर आयोजन समिति के सदस्य, स्थानीय नागरिक और ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। शांतिपूर्ण वातावरण में पूरा कार्यक्रम संपन्न हुआ।
वहीं गिद्धौर प्रखंड के पतसंडा गांव स्थित दुर्गा मंदिर घाट पर शारदीय दुर्गा पूजा सह लक्ष्मी पूजा समिति के तत्वावधान में स्थापित भगवान भास्कर की प्रतिमा का विसर्जन मां त्रिपुर सुंदरी तालाब में किया गया। विसर्जन से पूर्व पुरोहित पंडित उत्तम कुमार झा ने यजमान आशीष कुमार गुप्ता के साथ पारंपरिक विधि-विधान से पूजन-अर्चन करवाया। पूजन के बाद भक्तों ने सामूहिक रूप से प्रतिमा विसर्जन किया। मौके पर समिति के वरिष्ठ सदस्य, ग्रामवासी और श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
इस दौरान गिद्धौर के घनश्याम स्थान रोड स्थित पंडाल में स्थापित भगवान भास्कर की प्रतिमा का विसर्जन गुरुवार को किया जाना प्रस्तावित है। वहीं बुधवार को श्रद्धालुओं के बीच खिचड़ी महाभोज का आयोजन किया गया, जिसमें महिलाओं, युवाओं और बच्चों की भी उल्लेखनीय भागीदारी रही।
इसी प्रकार जिले के अन्य प्रखंडों सोनो, चकाई, खैरा, लखीसराय सीमा क्षेत्र आदि से भी प्रतिमा विसर्जन की खबरें प्राप्त हुई हैं। हर जगह भक्तिमय माहौल, संगीत, भजन और छठ गीतों की गूंज के बीच भगवान भास्कर की प्रतिमाओं का विसर्जन संपन्न हुआ। पूरे जिले में छठ महापर्व का समापन श्रद्धा, अनुशासन और आस्था की अनूठी मिसाल पेश करते हुए हुआ।
Tags:
Bihar

