नई दिल्ली, 5 जुलाई 2024. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने एक वीडियो संदेश जारी कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने पिता रामविलास पासवान के रिश्ते के बारे में बताया. चिराग पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री और मेरे पिता के रिश्ते बहुत खूबसूरत रहे हैं. पीएम मोदी ने मेरे पिता को हमेशा प्यार, आदर और सम्मान देने का काम किया.
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और मेरे पिता के बीच एक राजनीतिक परिचय से ज्यादा व्यक्तिगत परिचय रहा है. दोनों कलीग रहे हैं, मेरे पिता लंबे समय तक पीएम मोदी के मंत्रिमंडल में रहे हैं. 2014 में पहली बार मोदी सरकार में उन्हें मंत्री पद दिया था. मेरे लिए यह बड़ी बात थी, जब 2020 में विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने मेरे पिता के जाने के बाद मंच से उन्होंने उन्हें याद करते हुए कहा कि वह अपनी अंतिम सांस तक प्रधानमंत्री जी के साथ थे. यह सच है, मेरे पिता ने हर संभव प्रयास किया कि जो जिम्मेदारी प्रधानमंत्री द्वारा उनको दी गई, उन जिम्मेदारियां को वो बखूबी निभाएं. प्रधानमंत्री ने भी मेरे पिता द्वारा किया गए हर कार्य को सराहने का काम किया.
उन्होंने कहा कि आज मेरे पिता के जाने के बाद प्रधानमंत्री जी जब मंच से उनको याद करते हैं. उन्हें अपना दोस्त, मित्र, करीबी, साथी कहकर जब संबोधित करते हैं, तब मुझे एक पुत्र होने के नाते अच्छा लगता है. मेरे और मेरे परिवार के लिए यह बड़ी बात है कि देश के प्रधानमंत्री मेरे पिता के जाने के बाद आज भी उनको इतना अपनापन से याद करते हैं. पीएम मोदी मेरे पिता के अनुभव को बहुत ज्यादा अहमियत देते थे. ये कैबिनेट के भीतर की, लेकिन इतनी जानकारी हम लोग को जरूर मिलती थी कि कैबिनेट की बैठक में जब विभिन्न एजेंडों पर चर्चा होती थी तो मेरे पिता के विभाग से जुड़े विषय पर मेरे पिताजी की राय प्रधानमंत्री मोदी अकसर लेते थे.
उन्होंने आगे कहा कि पांच दशक से ज्यादा समय तक मेरे पिता सक्रिय राजनीति में रहे. 1969 में वह पहली बार विधायक बने, 1977 से सांसद बने, देश में 6-6 प्रधानमंत्री के साथ काम किया. मेरे पिता के अनुभव को प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा सम्मान देने का काम किया. पीएम मोदी ने उस वक्त मेरा और मेरे परिवार का ध्यान रखा जब मेरे पिता अस्पताल में थे. यह वह दौर था जब प्रधानमंत्री जी के साथ एक नया, खूबसूरत रिश्ता और एक गहरा रिश्ता हम दोनों के बीच बना. पीएम मोदी खुद दिन में दो-दो बार डायरेक्ट फोन करते थे. हर रोज सुबह मेरे मोबाइल पर उनका फोन आता था. पीएम मोदी न सिर्फ मेरे पिता का हाल-चाल जानते थे, बल्कि डॉक्टर की ओर से दिए गए सजेशन्स के बारे में भी पूछते थे. मेरे पिता की रिपोर्ट लेकर वह चेन्नई, एम्स के डॉक्टर से बात करते थे और फिर उनकी राय लेकर वह मुझे बताते थे.