वाराणसी/उत्तर प्रदेश (Varanasi/Uttar Pradesh),13 अगस्त 2024, मंगलवार : संस्कार भारती विश्वविद्यालय इकाई एवं महिला महाविद्यालय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को नृत्यांजलि नामक नृत्य समारोह का आयोजन महिला महाविद्यालय के प्रेक्षागृह में शुरू हुआ।
इस दौरान डॉ. रुक्मणी जायसवाल ने शिव स्तुति से अपने कथक नृत्य का प्रारंभ किया। उसके बाद तीन ताल में द्रुत लय और अंत में तबला और घुंघरू में जुगलबंदी की मनोहारी प्रस्तुति विशेष ध्यातव्य रही। तत्पश्चात इस कार्यक्रम में अमेरिका से पधारी डॉ. श्रुतिवंदना शर्मा ने भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी। जिसमे भावरंग जी की बंदिश "माधव बेनु मधुगात" तथा कवि जयदेव रचित अष्टपदी में से "सखिरे केशिमथनमुदारम" पर भावपूर्ण अभिनय किया ।
अन्त में भावरंग द्वारा रचित राग हमीर में तराने पर भरतनाट्यम शैली में तिल्लाना प्रस्तुत किया जिसमें राधा-कृष्ण के युगल भाव की प्रस्तुति ने सबको भावविभोर कर दिया। मुख्य अतिथि के रूप में प्रेमचंद होम्बल, पूर्व अध्यक्ष, संगीत एवं मंच कला संकाय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी और विशिष्ट अतिथि के रूप डॉ. रविंद्र भारती, संस्कार भारती के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित रहे।
अतिथियों का स्वागत संस्कार भारती की अध्यक्ष प्रो. सरोज रानी, संचालन प्रो. लयलीना भट और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. ऋचा कुमार ने किया। कार्यक्रम में प्रो कल्पना गुप्ता, संस्कार भारती काशी प्रांत संगठन मंत्री दीपक शर्मा, सह महामंत्री डाॅ. सुनील कुमार सिंह कुशवाहा, महामंत्री डाॅ. अवधेश कुमार सिंह, ध्रुव पांडे, डॉ ज्ञानेंद्र राय, कावेरी एवं महिला महाविद्यालय की छात्राएं उपस्थित रहीं।