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Jamui: पीएम को पत्र लिखकर बाबा कोकिलचंद धाम को धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग


जमुई/बिहार (Jamui/Bihar), देसी खबर (Desi Khabar), 17 नवंबर 2024, रविवार : बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद पटना से निबंधित जमुई जिले के गिद्धौर प्रखंड के गंगरा गांव स्थित ऐतिहासिक व धार्मिक धरोहर बाबा कोकिलचंद धाम, गंगरा को धार्मिक पर्यटन स्थल और आदर्श गाँव के रूप में विकसित करने की मांग के साथ पीएम नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा गया है। इस प्रस्ताव को लेकर बाबा कोकिलचंद धाम प्रबंधन समिति के सचिव चुन चुन कुमार, उपाध्यक्ष गोपाल सिंह, कोषाध्यक्ष नीरज कुमार, मंच के मार्गदर्शक मंडल के सदस्य भारो सिंह, डॉ लखन लाल पाण्डेय, मनोरंजन कुमार, साहित्यकार ज्योतिन्द्र मिश्र, डॉ संजय कुमार, आशीष कुमार पाण्डेय, अशोक कुमार सिंह, हरदेव सिंह, डॉ रविश कुमार सिंह, संदीप कुमार आचार्य, परमानन्द पाण्डेय, उत्तम कुमार, गंगरा पंचायत की मुखिया अंजनी सिंह, पूर्व मुखिया बिलायती सिंह, पूर्व सरपंच मुन्ना कुमार, सुबोध सिंह, शम्भू कुमार सिंह, मृत्युंजय कुमार, निरंजन कुमार, गुड्डू कुमार, उमाशंकर सिंह, कल्याण सिंह, पप्पू सिंह, अभिषेक कुमार झा, सुशांत साईं सुंदरम (Sushant Sai Sundaram), अनंत रजक, गणेश रावत सहित स्थानीय ग्रामीण एवं बाबा कोकिलचंद  धाम गंगरा एवं बाबा कोकिलचंद विचार मंच से जुड़े हजारों श्रद्धालुओं ने अपनी सकारात्मक स्वीकृति दी है।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से बाबा कोकिलचंद धाम गंगरा को धार्मिक पर्यटन के रूप में एवं सदियों से शराब मुक्त ग्राम गंगरा को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करने हेतू माननीय अध्यक्ष बाबा कोकिलचंद धाम गंगरा, गिद्धौर सह अनुमंडल पदाधिकारी जमुई द्वारा आवेदन समर्पित किया गया है। बताते चलें कि अध्यक्ष बाबा कोकिलचंद धाम गंगरा, गिद्धौर सह अनुमंडल पदाधिकारी जमुई की देखरेख में गांव को आदर्श ग्राम और पर्यटन स्थल के रूप में प्रस्तुत करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।

ज्ञातव्य है कि बाबा कोकिलचंद धाम पिंड की स्थापना गिद्धौर राज रियासत के तत्कालीन महाराजा हरि सिंह (Maharaja Hari Singh) द्वारा की गई थी, जो वर्तमान में भी क्षेत्र के धार्मिक और सामाजिक पहचान का प्रतीक है। प्रधानमंत्री कार्यालय भेजे गए प्रस्ताव में कहा गया है कि गंगरा गांव में स्थित बाबा कोकिलचंद धाम मंदिर (Baba Kokilchand Dham Mandir) को एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए, जिससे क्षेत्र की धार्मिक महत्वता को बढ़ावा मिलेगा। धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में पहचान मिलने से स्थानीय लोगों को रोजगार और आर्थिक अवसर प्राप्त होंगे। इस कदम से आसपास के क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे यहाँ की स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ होगा।

धार्मिक पर्यटन स्थल के साथ-साथ गंगरा को आदर्श गांव के रूप में विकसित करने के लिए सरकार से अनुरोध किया गया है। इस दिशा में शुद्ध पेयजल, क़ृषि, शिक्षा, आधुनिक पुस्तकालय, शौचालय-स्नानघर,आदि के साथ साथ सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता सुविधाओं जैसी बुनियादी विकास योजनाओं का प्रस्ताव दिया गया है। इससे गांव एक मॉडल के रूप में उभरेगा जो समाज में समरसता, स्वच्छता और प्रगति का प्रतीक होगा।

इस प्रस्ताव के साथ प्रधानमंत्री कार्यालय में सीएम बिहार, उपमुख्यमंत्री, जमुई के पूर्व सांसद चिराग पासवान, पूर्व जिलाधिकारी, झाझा विधायक दामोदर रावत (Jhajha MLA Damodar Rawat), जमुई विधायक श्रेयसी सिंह (Jamui MLA Shreyasi Singh), बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद के पत्र और समर्थन दस्तावेज़ आदि संलग्न किए गए हैं। इन दस्तावेजों में गंगरा गांव और बाबा कोकिलचंद धाम के धार्मिक और सामाजिक महत्व को स्पष्ट रूप से दर्शाया गया है।