कानपुर/उत्तर प्रदेश (Kanpur/Uttar Pradesh), 12 दिसंबर 2024, गुरुवार : बांग्लादेशी हिन्दू रक्षा संघर्ष समिति के आह्वान पर पूज्य संतों के नेतृत्व में हिन्दू समाज ने बांग्लादेशी हिन्दुओं की रक्षा हेतु आज बड़े चौराहे स्थित जी एन के विद्यालय में विशाल धरना दिया। धरने के पश्चात भारी संख्या में समग्र हिन्दू समाज ने धरने में उमड़ कर बांग्लादेशी हिंदू पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ विरोध में पदयात्रा निकालते हुए मंडलायुक्त कार्यालय पहुंचकर महामहिम राष्ट्रपति जी को संबोधित ज्ञापन सहायक मंडलायुक्त सुश्री रेणु सिंह जी को सौंपा। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में सोमवार को बांग्लादेश हिन्दू रक्षा संघर्ष समिति के आह्वान पर जी एन के कालेज परिसर में आयोजित धरने का नेतृत्व पूज्य सन्त गण पनकी श्रीहनुमान मन्दिर के पूज्य महंत जितेंद्र दास,श्रीकृष्ण दास, बाबा सिद्धनाथ धाम महंत बालयोगी अरुण चैतन्य पुरी, बाबा आनंदेश्वर मन्दिर महंत अरुण भारती, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से वीरेंद्र जीत सिंह, भवानी भीख, श्रीराम जी, डा श्याम बाबू गुप्ता ने किया।पूज्य संतों ने, हिन्दू समाज के विभिन्न धार्मिक सामाजिक आर्थिक वैचारिक संगठनों ने आए हुए हिन्दू समाज को संबोधित करते हुए अपने उद्गार प्रकट किए।
पूर्व क्षेत्र संघचालक वीरेंद्रजीत सिंह ने कहा कि, बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों के विरोध में हिन्दू समाज द्वारा धरना दिया जा रहा है।
बांग्लादेश में 5 अगस्त से हिंदुओं ईसाइयों और बौद्धों पर हमले हो रहे हैं। मंदिर चर्च और मठ गिराए जा रहे हैं इस्कॉन के स्वामी चिन्मय कृष्णा दास के द्वारा हिंदुओं के विशाल विरोध प्रदर्शन को संबोधित करने के आधार पर उनको गिरफ्तार किया गया। उनको जमानत भी नहीं मिल सकी अब उन पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जा रहा है। वहां शासन का दमन चक्र हिंदू संगठनों की आवाज कुचलने में लगा है। यह भी स्पष्ट है कि हिंदुओं समेत सभी अल्पसंख्यकों का बांग्लादेश में सुनियोजित तरीके से उत्पीड़न कराया जा रहा है। बांग्लादेश के फासीवादी शासन ने ही आतंकियों व कट्टर पंक्तियों को बे रोक- टोक धार्मिक उन्माद फैलाने दिया है। बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भी भारत में राजनीतिक शरण ली है। बांग्लादेश की स्थिति पर भी यू.न.ओ का सत्र बुलाया जाना चाहिए जहां मानवाधिकारों का हनन हो रहा है। अंतर्राष्ट्रीय शक्तियों को हर मंच पर यह विषय उठाना चाहिए। बांग्लादेश, पाकिस्तान व अन्य पड़ोसी देश जो 20 वी शताब्दी में भारतवर्ष के ही हिस्से थे वहां हिंदू अल्पसंख्यकों बड़ी संख्या में रहते है। उन पर अत्याचार होना उसे देश का आंतरिक मामला नहीं है। बांग्लादेश सरकार का यह कथन अस्वीकार्य है। वे अपने नागरिकों को सुरक्षा नहीं प्रदान कर रहे।
शेख हसीना को भी भारत के समर्थन से यू.न.ओ की सिक्योरिटी काउंसिल में यह विषय उठाना चाहिए। अमेरिका के जिन लोगों ने बांग्लादेश में उथल-पुथल मचाई है उन पर भी अमेरिका सरकार को अंकुश लगाना जाना चाहिए।
उन्होंने श्री ब्रह्मावर्त सनातन धर्म महामंडल की ओर से बांग्लादेश में हिंदू धर्म पर हो रहे सुनियोजित प्रहार का घोर विरोध किया।
पूज्य श्री जितेंद्रदास जी महाराज, पूज्य अरुण पुरी जी समेत संतगणों ने कहा कि, संपूर्ण विश्व की स्थिति काफी चिंताजनक है। इतिहास गवाह है जिस देश में या जिस क्षेत्र में मुस्लिम आबादी बढी है वहां पर दंगे हुए हैं और हिंदुओं को टारगेट किया गया है। मुसलमान बांग्लादेश के अंदर हिंदुओं को टारगेट करके उनके प्रतिष्ठान मंदिर एवं घरों को नष्ट कर रहे हैं तथा हिंदुओं का कत्ल कर रहे हैं। यह घटना लगभग एक महीने से हो रही है, इस जघन्य अपराध पर ना तो मानवाधिकार आयोग आवाज उठा रहा है और ना ही संयुक्त राष्ट्र संघ। धरने में बड़ी संख्या अधिवक्ता बन्धु भी उपस्थित रहे। कानपुर बार एसोसियेशन के महामंत्री श्री अमित सिंह ने कहा कि,
पूर्व वक्ताओं द्वारा दिए आंकड़ों से यह समझने की अत्यंत आवश्यकता है की यदि हिंदू जनमानस एकजुट नहीं हुआ एवं सशक्त नहीं हुआ तो निश्चित रूप से हम सब प्रताड़ित एवं ऐसे कुत्सित अपराधियों द्वारा शिकार होते रहेंगे।
कार्यक्रम की प्रस्तावना श्री प्रकाश शर्मा जी ने रखी, मंच संचालन गौरांग जी ने किया, धरने में रामानन्द आश्रम जी, रंगनाथाचार्य जी, मधुर जी, इस्कॉन से श्याम प्रभु दास जी, महंत कृष्णा पुरीजी, किन्नर समाज से मां मंगलमुखी जी, समेत बड़ी संख्या में संत चरण उपस्थित रहे।
विभिन्न धार्मिक सामाजिक आर्थिक वैचारिक व्यापारिक अधिवक्ता राजनैतिक संगठनों से सर्व श्री मेयर प्रमिला पांडे जी, समाजसेवी नीतू सिंह जी, नवेंदु जी,महेश त्रिवेदी, अरुण पाठक, राहुल बच्चा सोनकर, सुरेंद्र मैथानी, दीपू पांडे, शिवराम सिंह, सरदार नीतू सिंह, गुरविंदर सिंह छाबड़ा, बॉबी पाठक, एड राकेश तिवारी, एड सत्येंद्र द्विवेदी,एड दिनेश शुक्ल, एड दिलीप अवस्थी, एड शिरोमणि शुक्ला, डा उपासना, मुकुंद मिश्रा, ज्ञानेश मिश्र, राकेश तिवारी, फैसल सिद्दीकी, मानू अवस्थी, मोहित जी,अमन जी, शैलेन्द्र त्रिपाठी, नीना अवस्थी, पूनम द्विवेदी, शिवांग मिश्र, अमरनाथ, नरेश तोमर, आशीष गुप्ता, कालीचरण, मोहित, युवराज, विनोद शुक्ल, उमेश शुक्ल, डा अजय मिश्रा, प्रमोद विश्वकर्मा, भक्तिदर्शन मिश्र, समेत भरी संख्या में विश्व हिन्दू परिषद्, बजरंग दल, मातृशक्ति, दुर्गावाहिनी, भाजपा, हिन्दू जागरण मंच, स्वदेशी जागरण मंच, सेवा भारती, युवा मोर्चा समेत विभिन्न संगठनों से भगिनी बन्धु उपस्थित रहे।