ओटावा, 19 अप्रैल 2025 — कनाडा के हैमिल्टन शहर में पढ़ाई कर रही एक भारतीय छात्रा की दुखद मौत के बाद शनिवार को उसके परिजनों की ओर से एक भावुक अपील सामने आई है। मृत छात्रा की पहचान पंजाब के तरनतारन जिले की रहने वाली हरसिमरत रंधावा के रूप में हुई है, जो पिछले दो वर्षों से कनाडा के मोहॉक कॉलेज में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही थी।
परिजनों ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हरसिमरत दो साल पहले बेहतर भविष्य के सपने के साथ कनाडा गई थी, लेकिन दुर्भाग्यवश अब वह ताबूत में लौट रही है। उन्होंने बताया कि घटना उस समय हुई जब दो गुटों के बीच संघर्ष के दौरान गोलीबारी शुरू हो गई और उस बीच हरसिमरत को गोली लग गई। वह उस वक्त बस का इंतजार कर रही थी और पूरी तरह निर्दोष थी। गोली लगते ही वह जमीन पर गिर पड़ी और मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
हरसिमरत के परिजनों ने भारत सरकार से गुहार लगाई है कि उनकी बेटी का शव जल्द से जल्द भारत वापस लाया जाए, ताकि अंतिम संस्कार उसकी मातृभूमि में किया जा सके।
इस मामले पर टोरंटो स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक बयान जारी करते हुए छात्रा की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया। दूतावास ने पुष्टि की कि हरसिमरत एक मासूम छात्रा थी जो दुर्भाग्य से एक आपराधिक घटना का शिकार बन गई। दूतावास के अनुसार, स्थानीय पुलिस हत्या की जांच कर रही है और वे पीड़ित परिवार के संपर्क में हैं तथा हर संभव मदद प्रदान कर रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि घटना स्थल के आसपास लगे सुरक्षा कैमरों की फुटेज में एक काले रंग की मर्सिडीज कार से फायरिंग करते हुए एक अज्ञात व्यक्ति को देखा गया है। इस आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।
मोहॉक कॉलेज ने भी इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए एक आधिकारिक बयान में कहा है कि संस्थान इस कठिन घड़ी में छात्रा के परिवार के साथ खड़ा है और उन्हें हर संभव सहायता देने को तत्पर है।
यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना एक बार फिर विदेशों में पढ़ाई कर रहे छात्रों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है और पीड़ित परिवार के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई शब्दों में नहीं की जा सकती।
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