अक्षय तृतीया : सोने की ऊंची कीमतों के बीच हल्के गहनों की बढ़ी मांग, परंपरा निभाने को तैयार उपभोक्ता

नई दिल्ली। अक्षय तृतीया 2025 इस बार 30 अप्रैल को मनाई जाएगी, और इस शुभ अवसर पर सोने-चांदी की खरीदारी का खास महत्व है। हालांकि सोने की कीमतें इस समय रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी हैं — करीब 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम — फिर भी उपभोक्ताओं का रुझान कम नहीं हुआ है।

अखिल भारतीय रत्न और आभूषण घरेलू परिषद (GJC) के चेयरमैन राजेश रोकड़े के अनुसार, इस बार बाजार में हल्के वजन वाले आभूषणों और छोटी निवेश योग्य वस्तुओं की मांग तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि ऊंची कीमतों के चलते ग्राहक अब ऐसे गहनों की ओर झुक रहे हैं जो दिखने में सुंदर हों और बजट में भी फिट बैठें।

अक्षय तृतीया को भारत में समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। यही वजह है कि इस दिन सोना खरीदना न सिर्फ एक परंपरा है, बल्कि इसे शुभ निवेश भी माना जाता है।

ज्वेलरी ब्रांड्स भी इस बार विशेष कलेक्शन और ऑफर्स लेकर आए हैं। डिजाइनर हल्के गहनों से लेकर बजट-फ्रेंडली विकल्पों तक, हर वर्ग के ग्राहकों के लिए बाजार तैयार है।

उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि भावनात्मक और सांस्कृतिक जुड़ाव के कारण, भले ही कीमतें ऊंची हों, लेकिन अक्षय तृतीया पर सोने की खरीदारी की चमक फीकी नहीं पड़ेगी।
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