वाराणसी/उत्तर प्रदेश (Varanasi/Uttar Pradesh), 16 अप्रैल 2025, बुधवार : अपने छोटे बच्चों को उनका नाम, पता और माता-पिता की जानकारी जरूर याद कराएं—यह सलाह अब केवल एक चेतावनी नहीं, बल्कि ज़मीनी हकीकत बन चुकी है। शुक्रवार को वाराणसी के पांडेयपुर इलाके से एक मासूम बच्ची भीड़ में भटककर कई किलोमीटर दूर आशापुर पहुंच गई।
घबराई हुई और रोती-बिलखती इस बच्ची को जब स्थानीय लोगों ने देखा, तो वे उसे तुरंत आशापुर चौराहा पुलिस चौकी ले गए। बच्ची अपनी पहचान ठीक से नहीं बता पा रही थी, सिर्फ अपना नाम और ननिहाल तोरवा, चंदौली का ज़िक्र कर रही थी।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आसपास के थानों को सूचना भेजी और बच्ची के परिजनों की तलाश शुरू की। जांच में पता चला कि बच्ची अपनी मां और मौसी के साथ पांडेयपुर में किराये पर रहती है। उसकी मौसी पास के एक स्कूल में पढ़ाई करती है और शुक्रवार को फीस जमा करने के लिए बच्ची को साथ लाई थीं। इसी दौरान बच्ची भीड़ में उनसे बिछड़ गई।
जब पांडेपुर पुलिस चौकी को बच्ची के मिलने की जानकारी मिली, तो परिजन तत्काल आशापुर पहुंचे। पुलिस ने आवश्यक पूछताछ के बाद बच्ची को उसकी मां और मौसी के सुपुर्द कर दिया।
देसी खबर मीडिया आपसे अपील करता है कि छोटे बच्चों को उनका नाम, पता और परिजनों की जानकारी अच्छी तरह सिखाएं, ताकि इस तरह की स्थिति में वे खुद की पहचान दे सकें। पुलिस की सजगता और स्थानीय लोगों की सतर्कता ने इस बार एक बड़ी अनहोनी को टाल दिया, लेकिन हर बार किस्मत साथ दे यह जरूरी नहीं। सावधानी ही सुरक्षा है।
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