वाराणसी/उत्तर प्रदेश। वाराणसी के कैन्ट विधानसभा क्षेत्र में 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' विषय पर एक महत्वपूर्ण गोष्ठी का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम 'सुबहे बनारस, अस्सी' मंच पर आयोजित हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों और समाजसेवियों ने भाग लिया। गोष्ठी की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई, जिसे मंचासीन अतिथियों ने संपन्न किया।
गोष्ठी में मुख्य अतिथि क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप पटेल ने कहा कि "एक राष्ट्र-एक चुनाव देश की सबसे बड़ी आवश्यकता है। बार-बार चुनाव कराने से न सिर्फ आर्थिक बोझ बढ़ता है, बल्कि विकास कार्य भी प्रभावित होते हैं।" उन्होंने इसे राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
मुख्य वक्ता भाजपा के प्रदेश मंत्री शंकर गिरी ने इस विचार के कई लाभ गिनाते हुए कहा कि "यह प्रणाली न केवल चुनाव प्रक्रिया को सरल और सुसंगत बनाएगी, बल्कि शासन की निरंतरता सुनिश्चित करेगी तथा जनता के विश्वास को भी मजबूती देगी।"
प्रदेश कोषाध्यक्ष मनीष कपूर ने कहा कि बार-बार चुनाव के चलते आचार संहिता लागू होती है, जिससे सरकारी योजनाओं और विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न होती है। उन्होंने इसे राष्ट्रीय संसाधनों के बेहतर उपयोग का माध्यम बताया।
गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि ने 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता का परिचायक बताया। उन्होंने कहा कि "यह पहल न केवल संविधान की भावना के अनुरूप है, बल्कि यह राज्यों और आमजन की आवाज को भी महत्व देती है।"
विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा, "मैं व्यक्तिगत रूप से कोविंद समिति द्वारा प्रस्तुत एक राष्ट्र-एक चुनाव के प्रस्ताव का पूर्ण समर्थन करता हूं। यह राष्ट्रहित में एक ऐतिहासिक कदम होगा। हम सभी जनसेवकों को चाहिए कि इस विचार को जन-जन तक पहुंचाएं।"
कार्यक्रम का संचालन अमित राय और स्वागत अभिषेक मिश्रा ने किया। इस अवसर पर अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे जिनमें डॉ. हरेन्द्र राय, निर्मला सिंह पटेल, वीणा पांडेय, विद्यासागर राय, अशोक पटेल, मधुप सिंह, डॉ. अनुपम गुप्ता, रामगोपाल वर्मा, प्रीति सिंह बघेल, अमित सिंह चिन्टू, राजीव सिंह पटेल, मदन मोहन तिवारी सहित अन्य प्रमुख नाम शामिल हैं।
यह गोष्ठी न केवल राजनीतिक विमर्श का मंच बनी, बल्कि लोगों को 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' की अवधारणा से गहराई से जोड़ने का सार्थक प्रयास भी सिद्ध हुई।
Tags:
Uttar Pradesh