भीषण गर्मी में खुद को कैसे रखें हाइड्रेटेड? पढ़ें डाइटिशियन रूपाली की विशेष सलाह

पटना/बिहार। जैसे ही गर्मी अपने चरम पर पहुंचती है, शरीर में पानी और जरूरी इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी होना आम बात हो जाती है, खासकर उन लोगों के लिए जो दिन भर घर से बाहर रहते हैं—फील्ड वर्कर्स, मार्केटिंग प्रोफेशनल्स, या अन्य बाहरी कार्यों से जुड़े लोग। ऐसे में बिहार की जानी-मानी डाइटिशियन रूपाली ने कुछ सरल लेकिन बेहद उपयोगी सुझाव साझा किए हैं, जो इस मौसम में स्वस्थ और ऊर्जावान बने रहने में मदद कर सकते हैं।

पानी की बोतल और गमछा बनाएं साथी
रूपाली कहती हैं कि घर से निकलने से पहले खुद को अच्छी तरह से हाइड्रेट कर लें और अपनी पानी की बोतल साथ में रखना न भूलें। इसके अलावा, कॉटन का एक गमछा या तौलिया भी साथ रखें, जो पसीना पोछने और धूप से बचाव के लिए बेहद कारगर होता है।

ORS और नेचुरल विकल्पों का करें उपयोग
गर्मी में पसीने के साथ शरीर से जरूरी इलेक्ट्रोलाइट्स निकल जाते हैं। ऐसे में ओआरएस (ORS) का सेवन करना फायदेमंद होता है। यदि ओआरएस या पानी उपलब्ध न हो और आस-पास गन्ने का रस मिल रहा हो, तो हाइजीन का ध्यान रखते हुए उसे जरूर पिएं।

डायटिशियन रूपाली स्पष्ट करती हैं, “ऐसे समय में यह मत सोचिए कि किसी रील या सोशल मीडिया पोस्ट में कहा गया है कि गन्ने के रस में बहुत शुगर होती है। यह नेचुरल शुगर होती है और ऐसी स्थिति में फायदेमंद होती है। बेहोश होने से बेहतर है कि तुरंत उपलब्ध हाइड्रेटिंग विकल्प को अपनाया जाए।”

डायबिटिक मरीजों के लिए विशेष सलाह
डायबिटिक मरीज यदि बहुत अधिक प्यास महसूस कर रहे हैं, तो वे छाछ, नींबू पानी (बिना चीनी), बेल का शरबत जैसे विकल्प चुन सकते हैं। यदि गन्ने का रस ही पीने का मन हो, तो सबसे छोटे साइज के कप का उपयोग करें और दिनभर के कार्बोहाइड्रेट सेवन पर नियंत्रण रखें।

प्लेन पानी सबसे बेहतर, पर कुछ विकल्प और भी
रूपाली बताती हैं कि प्लेन पानी सबसे उत्तम है, लेकिन अगर स्वाद बदलना हो तो सत्तू का शरबत, छाछ, नींबू पानी, बेल शरबत, या लस्सी जैसे पारंपरिक पेय भी अच्छे विकल्प हैं। पटना की सड़कों पर ये आसानी से मिल जाते हैं, बस ध्यान रहे कि वह स्थान साफ-सुथरा हो।

घर में रहने वालों के लिए अलग स्थिति
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह सलाह विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो दिनभर घर से बाहर रहते हैं। जो लोग घर पर रहते हैं, उन्हें बाहरी पेय लेने की आवश्यकता नहीं होती, और वे घर के बने सुरक्षित विकल्पों से ही हाइड्रेटेड रह सकते हैं।

ग्रीष्म ऋतु की शुभकामनाएं
अंत में रूपाली ने सभी को ग्रीष्म ऋतु की शुभकामनाएं देते हुए कहा, “स्वस्थ रहें, सतर्क रहें और खुद का ख्याल रखें।”

(इस लेख में दी गई जानकारी डाइटिशियन रूपाली सिंह के सुझावों पर आधारित है। किसी भी विशेष चिकित्सकीय स्थिति में विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।)
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