Jamui: महिला संवाद में 673 गाँवों की महिलाओं ने रखी अपनी बात, डेढ़ लाख से अधिक ने लिया भाग

जमुई/बिहार। जमुई जिले में ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत महिला संवाद कार्यक्रम ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। दिनांक 18 अप्रैल 2025 से प्रारंभ हुआ यह अभियान 18 मई को अपने एक माह की सफल यात्रा पूरी कर चुका है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य था – महिलाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी देना, उनकी आकांक्षाओं को सुनना और उन्हें समाज में सशक्त भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करना।

इस एक महीने की अवधि में जिले के सभी प्रखंडों के अंतर्गत आने वाले 673 गाँवों में महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इन संवादों में कुल मिलाकर करीब 1.5 लाख यानी डेढ़ लाख से अधिक महिलाओं ने भाग लिया है। इस कार्यक्रम ने एक ऐसा मंच प्रदान किया है, जहाँ महिलाएँ न केवल अपनी समस्याओं और सुझावों को खुलकर साझा कर रही हैं, बल्कि विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर आत्मनिर्भरता की ओर कदम भी बढ़ा रही हैं।

कार्यक्रम का सबसे प्रभावशाली पक्ष यह रहा कि इसमें भाग लेने वाली महिलाओं में से कई ऐसी थीं, जिन्होंने सरकार की योजनाओं का लाभ लेकर अपने जीवन को बेहतर बनाया और अब वे अपने अनुभव साझा करके दूसरों को भी प्रेरित कर रही हैं। इससे गाँव की अन्य महिलाओं में भी योजनाओं को लेकर जागरूकता और उत्साह देखा जा रहा है।

महिला संवाद के दौरान महिलाओं द्वारा सामने रखी गईं प्रमुख मांगों में ‘जीविका बैंक’ की स्थापना की बात बार-बार उठाई गई। महिलाओं की इस सामूहिक आवाज को सुनते हुए सरकार ने तत्काल प्रभाव से ‘बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड’ के गठन और उसके निबंधन को स्वीकृति दे दी है। जैसे ही यह सूचना कार्यक्रम के दौरान जीविका से जुड़ी महिलाओं तक पहुँची, उनके चेहरों पर आत्मविश्वास और प्रसन्नता साफ झलक रही थी। उनका कहना है कि अब उन्हें अपने व्यवसाय को शुरू करने अथवा विस्तार देने के लिए आसानी से ऋण मिल सकेगा।

गौरतलब है कि महिला संवाद कार्यक्रम केवल जमुई ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार राज्य में 18 अप्रैल से शुरू किया गया है। इस अभियान को ग्रामीण विकास विभाग के तत्वावधान में पूरे राज्य में चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, रोजगार और स्वावलंबन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जागरूक करना है।

कार्यक्रम की संपूर्ण जिम्मेदारी ग्राम स्तर पर जीविका संस्था को दी गई है। जमुई जिले में कुल 1245 ग्राम संगठनों में यह संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाना है, जिसमें अब तक 673 ग्राम संगठनों में सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है। प्रतिदिन औसतन 22 गाँवों में यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा है, जिसमें प्रति गाँव 200 से 300 महिलाएँ भाग ले रही हैं।

महिलाओं को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए जागरूकता वाहन का प्रयोग किया जा रहा है, जिसमें डिजिटल स्क्रीन के माध्यम से 45-45 मिनट की तीन सूचनात्मक फिल्में दिखाई जाती हैं। इन फिल्मों में महिला आरक्षण, जीविका, नशामुक्ति अभियान, बाल-विवाह उन्मूलन, मुख्यमंत्री मेधावृति योजना, बालिका पोशाक योजना, छात्र क्रेडिट कार्ड योजना, सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना, सतत जीविकोपार्जन योजना, लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन, वन स्टॉप सेंटर, महिला हेल्पलाइन इत्यादि योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाती है। इसके अतिरिक्त महिलाओं को इन योजनाओं से संबंधित पर्चे (लीफलेट) वितरित किए जाते हैं और मुख्यमंत्री का विशेष संदेश-पत्र भी व्यक्तिगत रूप से महिलाओं तक पहुँचाया जाता है।

शनिवार को जिला पदाधिकारी जमुई, श्रीमती अभिलाषा शर्मा ने स्वयं खैरा प्रखंड के चुआ पंचायत अंतर्गत केवाल फरियात्ता गाँव में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने महिलाओं से सीधे संवाद किया, उनकी समस्याओं को सुना और आश्वस्त किया कि उनकी आवाज को सरकार तक पहुँचाया जाएगा।

महिला संवाद कार्यक्रम ने ग्रामीण महिलाओं के बीच संवाद, जागरूकता और सशक्तिकरण की एक नई शुरुआत की है, जो निश्चित ही सामाजिक बदलाव की ओर एक सार्थक कदम है।
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