बुध ग्रह की कृपा पाने के लिए करें इन पावन मंदिरों की यात्रा, मिलेगा बुद्धि और समृद्धि का आशीर्वाद

नई दिल्ली, 23 जून। वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को सुख, समृद्धि, बुद्धि और वाणी का स्वामी माना जाता है। बुध ग्रह को 'ग्रहों का राजकुमार' कहा जाता है और इन्हें भगवान गणेश और श्रीकृष्ण का कृपा पात्र माना गया है। ऐसा माना जाता है कि बुध ग्रह की अनुकंपा से व्यक्ति का भाग्य चमक उठता है। अगर कुंडली में बुध शुभ स्थिति में हो तो व्यक्ति वाकपटु, चतुर और जीवन में सफलता प्राप्त करता है, वहीं यदि बुध अशुभ हो तो वाणी और व्यापार में बाधाएं आती हैं।

बुध ग्रह की शांति और कृपा प्राप्त करने के लिए देश में कई महत्वपूर्ण मंदिर हैं, जहां दर्शन और विशेष पूजन से बुध ग्रह के दुष्प्रभाव दूर होते हैं और बुद्धि, वाणी व समृद्धि का वरदान प्राप्त होता है।

थिरुवेंकाडु बुध मंदिर, नागपट्टिनम (तमिलनाडु)

तमिलनाडु के नागपट्टिनम जिले में स्थित थिरुवेंकाडु बुध मंदिर को बुध ग्रह का सबसे प्रमुख और पवित्र स्थल माना जाता है। यह मंदिर कावेरी और मणिकर्णिका नदी के संगम के समीप स्थित है। इस स्थान को 'श्वेत अरण्य' भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है 'सफेद जंगल'।
यहां नवग्रहों की स्थापना तो है, लेकिन इस मंदिर में विशेष रूप से चार भुजाधारी बुध देव की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस मंदिर में बुध ग्रह की 17 परिक्रमा कर हर परिक्रमा में एक दीप प्रज्वलित करने से बुध दोष समाप्त होता है और व्यक्ति को बुध ग्रह से जुड़ी बाधाओं से मुक्ति मिलती है।

श्री नवग्रह मंदिर, कुंभकोणम (तमिलनाडु)

तमिलनाडु का कुंभकोणम स्थित श्री नवग्रह मंदिर दक्षिण भारत का एक प्रमुख नवग्रह स्थल है। यहां भी बुध देव की पूजा विशेष रूप से होती है। श्रद्धालु यहां बुध ग्रह के प्रतिकूल प्रभावों को दूर करने के लिए विशेष अनुष्ठान करते हैं।

श्री नवग्रह मंदिर, नौगांव (मध्य प्रदेश)

मध्य प्रदेश के नौगांव में स्थित श्री नवग्रह मंदिर भी बुध ग्रह सहित सभी नवग्रहों को समर्पित है। यहां विशेष रूप से बुध दोष निवारण के लिए पूजा-अर्चना की जाती है। यह स्थान बुध ग्रह के उपायों के लिए मध्य भारत का एक प्रमुख तीर्थ माना जाता है।

बुध ग्रह की पूजा क्यों है महत्वपूर्ण?

बुध ग्रह का सीधा संबंध बुद्धिमत्ता, तर्क, संचार, वाणी और व्यापार से होता है। जिनकी कुंडली में बुध ग्रह शुभ स्थान में होता है, वे जीवन में प्रगति करते हैं। इसके प्रतिकूल होने पर वाणी में दोष, निर्णय क्षमता में भ्रम और आर्थिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं। बुध ग्रह के अनुकूल प्रभाव के लिए श्री विष्णुसहस्रनाम स्तोत्र का पाठ करना भी अति फलदायक माना जाता है।

विशेष मान्यता

ऐसा कहा जाता है कि तमिलनाडु के थिरुवेंकाडु में स्थित बुध मंदिर भगवान बुध को समर्पित दक्षिण भारत का एकमात्र प्रमुख मंदिर है, जहां जाकर प्रत्यक्ष रूप से बुध ग्रह की कृपा प्राप्त की जा सकती है। इसलिए बुध ग्रह से जुड़ी समस्याओं का समाधान चाहने वाले जातकों को इस मंदिर में एक बार दर्शन और पूजा अवश्य करनी चाहिए।
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