नक्सलियों को अमित शाह की दो टूक: "बारिश में भी नहीं सोने देंगे"

रायपुर/छत्तीसगढ़, 23 जून। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बार फिर नक्सलियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए स्पष्ट चेतावनी दी है कि इस बार नक्सल विरोधी अभियान में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा, "अब नक्सली बारिश के मौसम में भी चैन की नींद नहीं सो सकेंगे। अगर हथियार नहीं डालोगे तो इस बार बारिश में भी सोने नहीं देंगे।"

31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद होगा खत्म
रविवार को छत्तीसगढ़ के रायपुर में नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) और सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री (CFSL) के शिलान्यास कार्यक्रम में गृह मंत्री शाह ने एक बार फिर दोहराया कि 2026 तक देश नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त होगा।

शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार और राज्य के गृह मंत्री विजय शर्मा ने नक्सल विरोधी अभियान को नई गति दी है। उन्होंने न केवल ठप पड़े अभियानों को फिर से शुरू किया, बल्कि पुलिस और सुरक्षा बलों का हौसला भी बढ़ाया है।

नक्सलियों से सरेंडर की अपील
गृह मंत्री ने नक्सलियों से मुख्यधारा में लौटने का आह्वान करते हुए कहा, "मैं उन सभी से अपील करता हूं जो भटके हुए रास्ते पर हैं कि वे आत्मसमर्पण करें और विकास की मुख्यधारा से जुड़ें। इससे अच्छा मौका दोबारा नहीं मिलेगा। केंद्र और राज्य सरकारें जो वादे करेंगी, वे हर हाल में पूरे होंगे।"

एनएफएसयू और सीएफएसएल से छत्तीसगढ़ को नई पहचान
शाह ने इस मौके पर कहा कि रायपुर में बनने वाला NFSU कैंपस 145 करोड़ रुपये की लागत से और CFSL परिसर 123 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होगा। दोनों परियोजनाओं पर कुल 268 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

शाह ने कहा कि इस विश्वविद्यालय से पढ़ाई करने वाले युवाओं के लिए रोजगार की गारंटी होगी। उन्होंने युवाओं से प्रधानमंत्री मोदी पर भरोसा रखने और इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाने का आग्रह किया।

शिक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में मजबूत कदम
गृह मंत्री ने कहा, "NFSU और CFSL छत्तीसगढ़ ही नहीं, पूरे देश को साइबर और फॉरेंसिक साइंस के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे। यहां से निकले युवा देश की सुरक्षा व्यवस्था को और सशक्त बनाएंगे।"
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