प्यार पर ठहराव नहीं! अनुष्का के घर पहुंचे तेज प्रताप, बोले– ‘पारिवारिक रिश्ता है’

पटना, 30 जून 2025 : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार की सियासत के रंगीन मिजाज नेता तेज प्रताप यादव एक बार फिर चर्चाओं में हैं। पार्टी से निकाले जाने और पारिवारिक दूरी के बावजूद तेज प्रताप अब निजी रिश्तों को लेकर खुलकर सामने आ रहे हैं। सोमवार को वे पटना में अनुष्का यादव के घर अचानक पहुंच गए, जिससे इलाके में हलचल मच गई।

तेज प्रताप की गाड़ी जैसे ही मोहल्ले में दाखिल हुई, मीडिया का जमावड़ा लग गया। सवालों की बौछार पर तेज प्रताप ने मुस्कुराते हुए कहा, “पारिवारिक रिश्ता है, आना-जाना लगा रहता है।” उन्होंने कैमरे के सामने अपने और अनुष्का के रिश्ते को लेकर दो टूक शब्दों में कहा कि इसमें छिपाने जैसा कुछ नहीं है।

पोस्ट डाला, फिर हटाया... अब खुली मुलाकात
गौरतलब है कि चंद दिन पहले तेज प्रताप ने अनुष्का यादव के साथ अपनी कुछ निजी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की थीं, जिन्हें बाद में उन्होंने खुद ही डिलीट कर दिया। इस पोस्ट के बाद जहां राजद नेतृत्व ने उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया, वहीं पारिवारिक तौर पर भी उनके लिए दरवाज़े बंद हो गए।

तेज प्रताप पहले से शादीशुदा हैं और उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक का मामला कोर्ट में लंबित है। ऐसे में अनुष्का के साथ रिश्ते को सार्वजनिक करना राजनीतिक और सामाजिक तौर पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है।

रिश्ते पर राजनीति का असर?
हालांकि तेज प्रताप ने अनुष्का को घर लाने के सवाल पर कुछ नहीं कहा, लेकिन यह साफ है कि वे अब रिश्ते को लेकर न तो दबाव में हैं और न ही छुपाव में। अनुष्का के घर तेज प्रताप ने काफ़ी वक़्त बिताया। भले ही अंदर की तस्वीरें सामने नहीं आईं, लेकिन बाहर का संदेश साफ है — तेज प्रताप अब अपने निर्णय खुद ले रहे हैं।

विशेषज्ञ मानते हैं कि तेज प्रताप और अनुष्का की यह समीपता आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में उनके व्यक्तिगत छवि और संभावित सियासी समीकरणों को प्रभावित कर सकती है।

पारिवारिक दूरी, व्यक्तिगत नजदीकी
तेज प्रताप यादव का यह कदम केवल व्यक्तिगत नहीं बल्कि राजनीतिक संदेश भी देता है। पार्टी से बाहर और परिवार से दूरी के बाद भी वे न तो मीडिया से कतराते हैं और न ही अपने फैसलों से।

अब सवाल यह है कि क्या तेज प्रताप इस रिश्ते को आगे ले जाकर नया अध्याय लिखेंगे या फिर यह मुलाकातें सिर्फ चर्चा तक सीमित रहेंगी? जो भी हो, बिहार की राजनीति में तेज प्रताप का यह प्रेम अध्याय नए सियासी मोड़ जरूर ला सकता है।
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