Jamui: विश्व रक्तदाता दिवस पर स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन, 48 यूनिट रक्त एकत्र

जमुई/बिहार, 15 जून 2025, रविवार : विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर प्रबोध जन सेवा संस्थान, जमुई इकाई द्वारा रविवार को सदर अस्पताल परिसर स्थित ब्लड बैंक में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का सफल आयोजन किया गया। शिविर में कुल 48 यूनिट रक्त संग्रहित किया गया, जिसमें युवाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
शिविर का उद्घाटन संस्थान के सचिव सुमन सौरभ एवं वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता सुदर्शन सिंह ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर दोनों ने रक्तदान को "मानवता की सच्ची सेवा" बताते हुए कहा कि रक्तदान किसी को जीवनदान देने का पुनीत कार्य है, जो समाज में जागरूकता एवं परोपकार की भावना को प्रबल करता है।
गौरतलब है कि यह शिविर पहले 14 जून को आयोजित किया जाना था, लेकिन प्रशासनिक कारणों से इसे 15 जून को पुनर्निर्धारित किया गया। बावजूद इसके, रक्तदाताओं में उत्साह में कोई कमी नहीं आई। जिले के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में लोग शिविर में रक्तदान करने पहुंचे।
शिविर का समुचित प्रबंधन रौशन कुमार सिंह के नेतृत्व में किया गया। उनके साथ जिला सचिव विनोद कुमार, शिवजीत सिंह, हरेराम सिंह, अनिकेत कुमार, दीपक कुमार सहित संस्थान के अन्य सदस्यों ने शिविर को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शिविर स्थल पर रक्तदाताओं के लिए स्वास्थ्य जांच, पंजीकरण, रक्त संग्रह एवं विश्राम की उत्तम व्यवस्था की गई थी। ब्लड बैंक टीम ने चिकित्सा मानकों का पालन करते हुए रक्त संग्रहण की प्रक्रिया संपन्न कराई।

शिविर का मुख्य उद्देश्य थैलेसीमिया, हीमोफीलिया जैसे गंभीर रोगों से पीड़ित मरीजों के लिए तथा सड़क दुर्घटना, प्रसव या अन्य आपातकालीन परिस्थितियों में समय पर रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित करना था। संस्थान के सचिव सुमन सौरभ ने कहा, "रक्तदान कोई दान नहीं, बल्कि यह मानव जीवन बचाने का एक जिम्मेदारीपूर्ण कार्य है। जब समाज जागरूक होगा तभी एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण संभव है।"

उन्होंने यह भी कहा कि देशभर में रक्त की भारी कमी एक गंभीर समस्या है। कई बार अस्पतालों में सिर्फ एक यूनिट रक्त की अनुपलब्धता के कारण मरीजों की जान खतरे में पड़ जाती है। ऐसे में स्वैच्छिक रक्तदान ही इसका स्थायी समाधान है।

शिविर में भाग लेने वाले सभी रक्तदाताओं को संस्था की ओर से प्रमाण-पत्र, जलपान एवं अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

ब्लड बैंक, जमुई के प्रभारी अरुण कुमार, स्टाफ सदस्य मंतोष कुमार, बलजीत पासवान, विक्की कुमार, ज्योति कुमारी सहित अन्य ने प्रबोध जन सेवा संस्थान की सराहना करते हुए कहा कि संस्थान द्वारा विगत वर्षों से लगातार इस प्रकार के रक्तदान शिविरों का आयोजन समाज के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने कहा, "स्वैच्छिक रक्तदान किसी भी ब्लड बैंक की रीढ़ होता है, और जब यह सेवा भावना से किया जाता है, तब इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है।"

शिविर में पहली बार रक्तदान करने वाले कई युवाओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि प्रारंभ में उन्हें थोड़ा डर था, लेकिन रक्तदान के बाद उन्हें आत्मसंतोष और गर्व की अनुभूति हुई। एक छात्र ने कहा, "आज मैंने सच्चे अर्थों में इंसानियत को महसूस किया। यह रक्त किसी अनजान व्यक्ति की जान बचाने में सहायक होगा, यही मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है।"

शिविर में दिव्यांगजनों और महिलाओं ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई, जिससे अन्य महिलाओं को भी प्रेरणा मिली। कई महिलाओं ने भविष्य में आयोजित होने वाले शिविरों में भाग लेने की इच्छा व्यक्त की। प्रबोध जन सेवा संस्थान द्वारा आयोजित यह शिविर समाज में मानवता, सेवा और जागरूकता का मजबूत संदेश छोड़ गया।
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