वाराणसी/उत्तर प्रदेश। काशी में बहुप्रतीक्षित रोप-वे परियोजना शुरुआत से ही विभिन्न अड़चनों और विवादों से घिरी रही है। अब इस परियोजना के सामने एक नया संकट खड़ा हो गया है। रोप-वे निर्माण कार्य के दौरान गोदौलिया क्षेत्र में निर्माण स्थल के ठीक नीचे 'हाथी नाला' आ जाने से काम रुक गया है। इस नाले की मरम्मत और व्यवस्थित करने में अभी समय लगेगा, जिससे मार्ग की स्थिति अस्थाई रूप से बिगड़ गई है।
विशेष रूप से सावन माह में लाखों की संख्या में शिव भक्त काशी विश्वनाथ धाम में जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में यह बाधा पुलिस प्रशासन के लिए भीड़ नियंत्रण की बड़ी चुनौती बन सकती है। फिलहाल गोदौलिया से काशी विश्वनाथ धाम तक का प्रमुख मार्ग आंशिक रूप से बाधित है, जिससे आने वाले दिनों में स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
जानकारों का कहना है कि वर्तमान में सावन माह शुरू होने में लगभग एक माह का समय शेष है। इस दौरान संबंधित विभागों और निर्माण कंपनी को युद्ध स्तर पर कार्य कर मार्ग को दुरुस्त करना होगा, ताकि शिव भक्तों के आवागमन में कोई रुकावट न हो। यदि समय रहते समस्या का समाधान नहीं किया गया तो न केवल श्रद्धालुओं को परेशानी होगी, बल्कि काशी की साख और पर्यटन व्यवस्था पर भी विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।
स्थानीय व्यापारियों और निवासियों ने भी प्रशासन से जल्द से जल्द इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की मांग की है। वहीं पुलिस प्रशासन भी यातायात सुचारु रखने और भीड़ नियंत्रण के लिए वैकल्पिक मार्गों और विशेष योजना पर काम कर रही है।
अब देखना होगा कि विभाग और निर्माण एजेंसी समय रहते मार्ग को पूरी तरह ठीक कर पाती है या नहीं। सावन में काशी आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए।
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