पटना/बिहार। जानीमानी डेंटिस्ट डॉ. ऋचा ने बताया है कि दांत का दर्द रात में अधिक तेज़ क्यों महसूस होता है। यह केवल मनोवैज्ञानिक कारण नहीं, बल्कि इसका सीधा संबंध शरीर की जैविक प्रक्रिया से है।
फीनिक्स डेंटल की डॉ. ऋचा के अनुसार जब कोई व्यक्ति रात में लेटता है, तो गुरुत्वाकर्षण के कारण रक्त का प्रवाह सिर की ओर बढ़ जाता है। इससे उस क्षेत्र में रक्त का संचार अधिक हो जाता है जहां संक्रमण या सूजन है। खासकर दांत की पल्प चेंबर (pulp chamber), जो एक बंद और संकुचित स्थान होता है, उसमें दबाव बढ़ने लगता है। यह दबाव दर्द को तेज और धड़कन की तरह महसूस कराता है।
उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को 'इररिवर्सिबल पलपाइटिस' (irreversible pulpitis) या गहरे दांत क्षय (deep decay) की समस्या है, तो लेटते समय सूजन और जलन और अधिक सक्रिय हो जाती है। साथ ही रात में ध्यान भटकाने वाली गतिविधियाँ नहीं होने से व्यक्ति दर्द को ज्यादा महसूस करता है।
डॉ. ऋचा ने चेतावनी दी कि यदि दांत का दर्द लेटते ही बढ़ता है, तो यह संकेत हो सकता है कि दांत की नस में गंभीर सूजन या संक्रमण हो चुका है। ऐसी स्थिति में देरी करना खतरनाक हो सकता है और यह दांत में पस (abscess), हड्डी में संक्रमण या चेहरे की सूजन का कारण बन सकता है।
समाधान के लिए इस स्थिति में तुरंत किसी योग्य डेंटिस्ट से संपर्क करना चाहिए। डॉ. ऋचा ने बताया कि रूट कैनाल थैरेपी जैसी उपचार विधियां समय रहते अपनाई जाएं, तो बड़ी जटिलताओं से बचा जा सकता है। रात में बढ़ते दांत दर्द को नजरअंदाज न करें। यह शरीर की चेतावनी है कि अब इलाज की आवश्यकता है।
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