बिहार चुनाव : NDA में सीट बंटवारा फाइनल! BJP-JDU 101-101 सीटों पर लड़ेगी, HAM-RLM को 6-6

पटना/बिहार, 12 अक्टूबर 2025, रविवार : बिहार विधानसभा चुनाव-2025 को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सीट बंटवारे की अंतिम रूपरेखा तय हो गई है। कई दिनों से जारी राजनीतिक मंथन और दिल्ली-से-पटना तक चली लंबी बैठकों के बाद आखिरकार सीट शेयरिंग पर सहमति बन गई। इस बार भाजपा और जदयू के बीच बराबर-बराबर की साझेदारी तय हुई है। दोनों दल 101-101 सीटों पर चुनावी मैदान में उतरेंगे।

एनडीए के घटक दलों में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें, जबकि राष्ट्रीय लोक मोर्चा और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को 6-6 सीटें दी गई हैं। इस प्रकार गठबंधन के भीतर सभी दलों को सम्मानजनक प्रतिनिधित्व मिला है।
भाजपा के चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सीट बंटवारे की औपचारिक घोषणा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा—

उन्होंने आगे कहा कि यह सीट बंटवारा गठबंधन की मजबूती और आपसी विश्वास का प्रतीक है। भाजपा और जदयू मिलकर राज्य में विकास की निरंतरता बनाए रखेंगे।

जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने भी ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए इस समझौते की पुष्टि की और कहा कि “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए पूरी तरह एकजुट है और बिहार की जनता के विश्वास को बनाए रखने के लिए संकल्पित है।”
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा। मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी।

राज्य में इस बार मुख्य मुकाबला एनडीए (भाजपा-जदयू गठबंधन) और महागठबंधन (राजद, कांग्रेस, वाम दल) के बीच माना जा रहा है। महागठबंधन की कमान तेजस्वी यादव के हाथों में है, जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता से बेदखल करने के मिशन में जुटे हैं।
वहीं, एनडीए खेमे में लोजपा (रामविलास), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा जैसे दल शामिल हैं। दूसरी ओर, बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ तब आया जब प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने राज्य की सभी 243 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा कर दी, जिससे चुनावी समीकरण और दिलचस्प हो गए हैं।

इस सीट बंटवारे के साथ ही बिहार की सियासत में अब चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। हर दल अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा और जनसभाओं की तैयारी में जुट गया है। अब देखना यह होगा कि बराबरी के साझेदारी वाले इस गठबंधन समीकरण से एनडीए को कितनी मजबूती मिलती है और जनता किसे सत्ता की बागडोर सौंपती है।
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