पटना/बिहार (Patna/Bihar), 26 सितंबर 2024, गुरुवार : दधीचि देहदान समिति के जागरूकता अभियान के फलस्वरूप हाजीपुर पटना के 75 वर्षीय स्मृतिशेष धर्मशीला देवी जी के निधन के बाद नेत्रदान कराकर पीड़ित मानवता के सेवा में एक मिसाल कायम किया है।
सुपुत्र डॉ जायेश कुमार एवं पांच बेटियों की सहमति से एवं समिति के वरीय सदस्य मुकेश हिसारिया, सामाजिक कार्यकर्ता रामानुज कुमार जी के सदप्रयास से पटना मेडिकल कॉलेज, पटना के नेत्र अधिकोष की टीम को कॉर्निया सौप पीड़ित मानवता की सेवा कर समाज को एक ऐसा संदेश दिया है जो आने वाली पीढ़ि के लिए प्रेरक होगा। उनकी आंखों से 2-3 नेत्रहीनों को दृष्टि मिल सकेगी। मृत्यु निश्चित है परन्तु मृत्यु के पश्चात भी अमर हानें का श्रेष्ट तरीका है-नेत्रदान।
पटना मेडिकल कॉलेज(PMCH) के विभागाध्यक्ष डॉ नागेश्वर शर्मा जी के निर्देश पर डॉ रमन विनय, डॉ सिद्धाथ,ब्रजेश कुमार, विपुल,ताहिर कुमार ने कॉर्निया लेने की प्रक्रिया को पूरा किया। दधीचि देहदान समिति बिहार दिवंगत आत्मा की सदगति के लिए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है।
समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व राज्यपाल, श्री गंगा प्रसाद ने जागरूक नागरिकों से अनुरोध किया है कि मृत्यु को जीवन का अंत न बनाएँ, संकल्प लेकर नेत्रदान/अंगदान/देहदान करने का संकल्प ले और महर्षि दधीचि की इस परपंरा को अपनाकर पीड़ित मानवता की सेवा में अपना योगदान दे।
पटना/बिहार (Patna/Bihar), 26 सितंबर 2024, गुरुवार : दधीचि देहदान समिति के जागरूकता अभियान के फलस्वरूप हाजीपुर पटना के 75 वर्षीय स्मृतिशेष धर्मशीला देवी जी के निधन के बाद नेत्रदान कराकर पीड़ित मानवता के सेवा में एक मिसाल कायम किया है।
सुपुत्र डॉ जायेश कुमार एवं पांच बेटियों की सहमति से एवं समिति के वरीय सदस्य मुकेश हिसारिया, सामाजिक कार्यकर्ता रामानुज कुमार जी के सदप्रयास से पटना मेडिकल कॉलेज, पटना के नेत्र अधिकोष की टीम को कॉर्निया सौप पीड़ित मानवता की सेवा कर समाज को एक ऐसा संदेश दिया है जो आने वाली पीढ़ि के लिए प्रेरक होगा। उनकी आंखों से 2-3 नेत्रहीनों को दृष्टि मिल सकेगी। मृत्यु निश्चित है परन्तु मृत्यु के पश्चात भी अमर हानें का श्रेष्ट तरीका है-नेत्रदान।
पटना मेडिकल कॉलेज(PMCH) के विभागाध्यक्ष डॉ नागेश्वर शर्मा जी के निर्देश पर डॉ रमन विनय, डॉ सिद्धाथ,ब्रजेश कुमार, विपुल,ताहिर कुमार ने कॉर्निया लेने की प्रक्रिया को पूरा किया। दधीचि देहदान समिति बिहार दिवंगत आत्मा की सदगति के लिए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है।
समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व राज्यपाल, श्री गंगा प्रसाद ने जागरूक नागरिकों से अनुरोध किया है कि मृत्यु को जीवन का अंत न बनाएँ, संकल्प लेकर नेत्रदान/अंगदान/देहदान करने का संकल्प ले और महर्षि दधीचि की इस परपंरा को अपनाकर पीड़ित मानवता की सेवा में अपना योगदान दे।