सोना फिर महंगा हुआ, चांदी ने पार किया ₹97,000 का आंकड़ा

नई दिल्ली, 28 मई। कीमती धातुओं की कीमतों में बुधवार को एक बार फिर उछाल देखा गया। सोने के दाम जहां ₹95,700 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गए, वहीं चांदी ₹97,000 प्रति किलो का स्तर पार कर गई। कीमतों में यह तेजी घरेलू बाजार के साथ-साथ वैश्विक संकेतों के कारण देखी जा रही है।

इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के अनुसार, बीते 24 घंटे में 24 कैरेट सोने की कीमत में ₹548 की वृद्धि दर्ज की गई, जिससे यह ₹95,152 से बढ़कर ₹95,700 प्रति 10 ग्राम हो गया।
वहीं, 22 कैरेट सोना ₹87,661 और 18 कैरेट सोना ₹71,775 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है।

चांदी की कीमतों में भी ₹921 प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है। अब चांदी का दाम ₹96,525 से बढ़कर ₹97,446 प्रति किलो हो गया है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार स्थिर, लेकिन घरेलू बाजार में तेजी

वैश्विक स्तर पर हालांकि कीमती धातुओं की कीमतों में बड़ी हलचल नहीं देखी गई। सोना अंतरराष्ट्रीय बाजार में $3,331.29 प्रति औंस और चांदी $33.32 प्रति औंस पर स्थिर बनी हुई है।

एमसीएक्स पर भी तेजी

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने और चांदी के वायदा सौदों में भी तेजी रही।

5 जून 2025 की डिलीवरी वाला सोना 0.24% की बढ़त के साथ ₹95,376 प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड करता दिखा।

वहीं, 4 जुलाई 2025 की डिलीवरी वाली चांदी 0.08% की बढ़त के साथ ₹97,554 प्रति किलो पर पहुंच गई।


2024 की शुरुआत से अब तक भारी उछाल

इस वर्ष की शुरुआत से अब तक सोने और चांदी दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है:

24 कैरेट सोना जनवरी में ₹76,162 था, जो अब ₹95,700 पर है — यानी ₹19,538 या 25.65% की बढ़त।

वहीं, चांदी ₹86,017 से बढ़कर ₹97,446 हो गई है — ₹11,429 या 13.28% की तेजी।


डॉलर और रुपये की स्थिति

डॉलर के मुकाबले रुपया 85.40 के स्तर पर स्थिर रहा।
डॉलर इंडेक्स भी मामूली बदलाव के साथ 99.45 के पास बना रहा।

एलकेपी सिक्योरिटीज के विशेषज्ञ जतिन त्रिवेदी ने बताया कि इस सप्ताह अमेरिकी अर्थव्यवस्था से जुड़े महत्वपूर्ण आंकड़े आने वाले हैं — जैसे कि फेडरल रिजर्व की बैठक के मिनट्स, पहली तिमाही का जीडीपी डेटा और कोर पीसीई प्राइस इंडेक्स। उनके अनुसार, विदेशी फंड फ्लो के चलते निकट भविष्य में रुपया 84.80 से 85.75 के दायरे में बना रह सकता है। बढ़ती कीमतों ने निवेशकों को जहां उत्साहित किया है, वहीं आम ग्राहकों की जेब पर इसका असर पड़ना तय है।
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