पटना/बिहार (Patna/Bihar) : राजधानी पटना के बोरिंग रोड जैसे व्यस्त और सुरक्षित माने जाने वाले इलाके में एक ऐसी बर्बर घटना सामने आई है जिसने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना श्रद्धा-आफताब हत्याकांड से भी अधिक क्रूर बताई जा रही है।
मुजफ्फरपुर निवासी संजना, जो हाल ही में CGL परीक्षा पास कर चुकी थी, पटना में रहकर पार्ट-टाइम नौकरी भी कर रही थी। वह अपने भविष्य के लिए मेहनत कर रही थी और अगले वर्ष उसकी शादी भी तय थी। लेकिन गुरुवार, 15 मई को उसके जीवन की डोर हमेशा के लिए टूट गई।
संजना के तथाकथित बॉयफ्रेंड सूरज, जो अकसर उसके घर आया-जाया करता था, उस दिन दोपहर एक बजे उसके कमरे में पहुंचा। कुछ ही देर में दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसी विवाद के बीच सूरज ने रसोई से चाकू उठाया और संजना की गर्दन, पेट और पीठ समेत कई हिस्सों पर ताबड़तोड़ वार कर उसे लहूलुहान कर दिया।
जब संजना अधमरी हो गई, तब भी सूरज की हैवानियत थमी नहीं। वह किचन से गैस सिलेंडर उठाकर लाया, उसका पाइप काट दिया और गैस का रिसाव होते ही संजना को फर्श पर ही आग के हवाले कर दिया। इतना ही नहीं, वारदात को अंजाम देने के बाद वह संजना का मोबाइल और लैपटॉप लेकर फरार हो गया।
★ सवालों के घेरे में कानून व्यवस्था
राजधानी पटना में दिनदहाड़े इस तरह की वीभत्स हत्या यह सवाल खड़े करती है कि आखिर अपराधियों के मनोबल इतने ऊंचे क्यों हैं? क्या कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज़ बची है?
स्थानीय लोग आशंका जता रहे हैं कि अगर सूरज किसी राजनीतिक या आर्थिक पहुंच वाला व्यक्ति निकला, तो वह जल्द ही जेल से बाहर आ जाएगा। लेकिन संजना का क्या? उसके माता-पिता की उस बेटी का क्या, जिसकी आंखों में जीवन के सपने थे?
यह घटना केवल एक लड़की की हत्या नहीं, बल्कि पूरे समाज की आत्मा को झकझोरने वाली है। जात-पात, धर्म और राजनीति से ऊपर उठकर हमें इस घटना की निंदा करनी चाहिए और एकजुट होकर संजना के लिए न्याय की मांग करनी चाहिए।
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