जमुई/बिहार। पर्यावरण संरक्षण को लेकर स्थानीय युवाओं की प्रतिबद्धता एक बार फिर देखने को मिली, जब ‘साइकिल यात्रा एक विचार, जमुई’ संगठन ने अपनी 498वीं रविवारीय यात्रा के तहत जमुई से बरहट प्रखंड के पतौना चौक तक तेज बारिश के बीच साइकिल यात्रा की। इस अभियान का उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना और वृक्षारोपण को बढ़ावा देना रहा।
पतनेश्वर मंदिर परिसर में किया पौधारोपण
यात्रा के उपरांत सभी सदस्य पतनेश्वर मंदिर परिसर पहुंचे, जहां उन्होंने वृक्षारोपण कर पर्यावरण बचाने का संदेश दिया। मंदिर के पुजारी राजीव कुमार पांडेय ने कहा, “सावन माह में पौधारोपण एक शुभ कार्य माना जाता है। यह केवल प्रकृति के लिए नहीं, बल्कि धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
सरकार की योजनाओं से जोड़ने का प्रयास
मंच के प्रमुख सदस्य लड्डू मिश्रा ने लोगों को बताया कि मानसून वृक्षारोपण के लिए सबसे उपयुक्त समय होता है। उन्होंने राज्य सरकार की कृषि वानिकी योजना की जानकारी साझा करते हुए कहा कि “इस योजना के तहत मात्र 10 रुपये में पौधा उपलब्ध होता है और यदि वह तीन साल तक जीवित रहता है तो वन विभाग द्वारा 70 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इससे न केवल किसानों की आय बढ़ती है बल्कि खाली पड़ी भूमि का भी सही उपयोग होता है।”
पौधों की देखभाल भी है लक्ष्य
सदस्यों संकेत कुमार और अभिनव दुबे ने बताया कि मंदिर परिसर में पूर्व में लगाए गए कई पौधे गर्मी के कारण झुलसने लगे थे, लेकिन मंच के सदस्यों ने लगातार देखभाल कर उन्हें जीवित रखने में सफलता पाई। अब वही पौधे वृक्ष का रूप ले चुके हैं, जिससे सभी सदस्य गर्व और संतोष महसूस कर रहे हैं।
ग्रामीणों की भी रही भागीदारी
इस अवसर पर मंच के सक्रिय सदस्य गोलू कुमार, पंकज कुमार, विवेक कुमार, सचिराज पद्माकर, हर्ष कुमार सिन्हा, सोनू कुमार, बबलू कुमार सहित कई ग्रामीणों की उपस्थिति रही, जिन्होंने कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी जागरूकता दिखाई।
‘साइकिल यात्रा एक विचार’ का यह अनूठा प्रयास न सिर्फ़ पर्यावरण जागरूकता की मिसाल बनता जा रहा है, बल्कि हर रविवार को आयोजित होने वाली इन यात्राओं ने जमुई जिले को हरियाली की ओर ले जाने का संकल्प भी मजबूत किया है।
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