लखीसराय/बिहार। आषाढ़ पूर्णिमा एवं महर्षि वेदव्यास जयंती के पावन अवसर पर पर्यावरण भारती द्वारा के.आर.के. मैदान परिसर, नया बाजार, लखीसराय में विशेष पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर देववृक्ष पीपल एवं कचनार के कुल 11 पौधे रोपे गए।
इस पर्यावरणीय पहल का नेतृत्व लखीसराय नगर के पेड़ उपक्रम प्रमुख रघुवंश प्रसाद ने किया, जबकि उन्हें पर्यावरण प्रहरी अमित कुमार मल्लिक का सहयोग प्राप्त हुआ। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों में पर्यावरण संरक्षण को लेकर विशेष जागरूकता देखी गई।
प्राकृतिक आपदाओं से बचाव का उपाय है वृक्षारोपण : राम बिलास शाण्डिल्य
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पर्यावरण भारती के संस्थापक राम बिलास शाण्डिल्य ने कहा कि आज संपूर्ण विश्व में पर्यावरण असंतुलन के दुष्परिणाम स्पष्ट रूप से नजर आने लगे हैं। फ्रांस में तापमान 32 डिग्री सेल्सियस पहुंचना, ग्लोबल वार्मिंग से ग्लेशियर का पिघलना और समुद्र के जलस्तर में वृद्धि – यह सब संकेत हैं एक संभावित महाप्रलय के।
उन्होंने बताया कि भारत समेत मैक्सिको, नेपाल, नागपुर, मुंबई, अयोध्या, मंडी (हिमाचल), बिजनौर, दिल्ली-एनसीआर जैसे स्थानों पर भीषण वर्षा और बाढ़ जैसी आपदाएं मानव जीवन को प्रभावित कर रही हैं। कश्मीर में बादल फटने जैसी घटनाएं अब आम होती जा रही हैं।
33% वन क्षेत्र जरूरी, बिहार में अब भी पीछे
राम बिलास शाण्डिल्य ने कहा कि धरती पर 33% वन क्षेत्र होना अनिवार्य है, जबकि वर्तमान में यह घटकर सिर्फ 15% रह गया है। बिहार में यह आंकड़ा कभी 13% था, जो सरकार व सामाजिक संगठनों के प्रयासों से अब 15% तक पहुंचा है।
उन्होंने चेताते हुए कहा कि कुछ स्वार्थी तत्व हरे-भरे पेड़ों को चंद मिनटों में काट डालते हैं। ऐसे पर्यावरण दुश्मनों पर कड़ी सजा और आर्थिक दंड अनिवार्य होना चाहिए। हम सबको मिलकर वृक्षारोपण कर धरती मां की रक्षा करनी होगी।
गुरु पूर्णिमा और महर्षि वेदव्यास की जयंती पर विशेष आयोजन
पर्यावरणविद ओम प्रकाश स्नेही ने बताया कि आषाढ़ पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। यही दिन महर्षि वेदव्यास की जन्मतिथि भी है, जिन्होंने न केवल चार वेदों का विभाजन किया, बल्कि महाभारत, श्रीमद्भागवत महापुराण और 18 पुराणों की रचना कर भारतीय संस्कृति को अमूल्य धरोहर सौंपी।
उन्होंने कहा कि गुरु पूर्णिमा केवल पूजन का दिन नहीं, बल्कि गुरु के आदर्शों को जीवन में अपनाने और समाज सेवा में योगदान देने का भी अवसर है। पौधारोपण इसी भाव को साकार करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
उपस्थित रहे पर्यावरण योद्धा
इस अवसर पर राम बिलास शाण्डिल्य, ओम प्रकाश स्नेही, अमित अग्रवाल, सोनू कुमार, गुड्डू पोद्दार, युगल किशोर, निर्मल राज मल्लिक, अक्षत राज, दीपक कुमार सहित अनेक पर्यावरण प्रेमियों ने भाग लिया और धरती को हरा-भरा बनाने का संकल्प लिया।
देश के हर नागरिक को चाहिए कि वह हर खास मौके पर कम से कम एक पौधा जरूर लगाए। यही सच्चा पर्यावरण संरक्षण है।
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