Varanasi: गंगा तट से विश्वनाथ दरबार तक… 501 कलश गंगाजल से हुआ बाबा का जलाभिषेक

वाराणसी/उत्तर प्रदेश (Varanasi/Uttar Pradesh), 8 अगस्त 2025, शुक्रवार : मद्धेशिया वैश्य सभा की 26वीं वार्षिक कलश यात्रा एवं बाबा श्री काशी विश्वनाथ के जलाभिषेक का भव्य आयोजन शुक्रवार को संपन्न हुआ। लगातार हो रही बारिश भी श्रद्धालुओं की आस्था को डिगा नहीं सकी। महिलाएं, पुरुष और कन्याएं बड़ी संख्या में यात्रा में शामिल हुए और अपने वार्षिक संकल्प को पूर्ण करने के लिए दृढ़ संकल्पित दिखाई दिए।

हर वर्ष की तरह इस बार भी कलश यात्रा की शुरुआत डॉ. राजेन्द्र प्रसाद घाट से हुई। पूजन और संकल्प के उपरांत श्रद्धालुओं ने अपने-अपने कलश में पवित्र गंगा जल भरकर यात्रा का शुभारंभ किया। सभा के महाराजा के चित्र पर माल्यार्पण एवं पारंपरिक आरती के साथ घाट पर बैंड-बाजे और शहनाई की धुनें गूंज उठीं। “हर हर महादेव” के जयघोष से पूरा वातावरण शिवमय हो गया।

यात्रा में शिव-पार्वती स्वरूप में सुसज्जित विग्रह रथ पर विराजमान रहे, जो श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बने। महिलाएं और पुरुष सिर पर कलश, कंधे पर रामनामी चादर और ललाट पर चंदन का त्रिपुंड लगाए हर-हर महादेव का जयघोष करते हुए आगे बढ़ते रहे।

कलश यात्रा डॉ. राजेन्द्र प्रसाद घाट से प्रारंभ होकर दशाश्वमेध घाट, गोदौलिया, बांसफाटक होते हुए ढुंढिराज गणेश गेट नंबर एक से बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रांगण में पहुंची। वहां श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर बाबा विश्वनाथ का गंगा जल से जलाभिषेक किया। पूरा माहौल भक्ति, श्रद्धा और दिव्यता से ओतप्रोत रहा।

श्रद्धालुओं ने बताया कि यह परंपरा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक एकता, संगठन और सेवा भावना का भी जीवंत उदाहरण है। सभा के पदाधिकारियों के अनुसार, वार्षिक कलश यात्रा का उद्देश्य सामूहिक साधना, सामाजिक समर्पण और शिवभक्ति की भावना को बढ़ावा देना है। इस आयोजन को सफल बनाने में सभा के स्वयंसेवकों, युवाओं और वरिष्ठजनों का विशेष योगदान रहा।
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