Nawada: जिला सड़क सुरक्षा समिति की समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न, हिट एंड रन मामलों में त्वरित निपटारे के निर्देश

नवादा/बिहार। समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में सोमवार को जिला पदाधिकारी रवि प्रकाश की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण, सड़क सुरक्षा उपायों की समीक्षा तथा दुर्घटना पीड़ितों को समय पर मुआवजा उपलब्ध कराना रहा।

बैठक में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम, चिन्हित ब्लैक स्पॉट के सुधार, हिट एंड रन एवं नॉन हिट एंड रन मामलों में मुआवजा भुगतान की स्थिति, साथ ही सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था के सुचारु संचालन जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।

आईआरएडी पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022 से 2025 के बीच जिले में हिट एंड रन के कुल 300 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 175 मामलों में आवेदन अग्रसारित किए जा चुके हैं, जबकि 125 मामले अभी लंबित हैं। वहीं नॉन हिट एंड रन मामलों की कुल संख्या 569 है, जिसमें 291 आवेदन अग्रसारित किए गए हैं और 278 मामलों का निपटारा शेष है।

जिला पदाधिकारी ने जिला परिवहन पदाधिकारी एवं पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) को निर्देश दिया कि सभी लंबित मामलों की थाना-वार समीक्षा कर शीघ्र निष्पादन सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए प्रत्येक थानाध्यक्ष से साप्ताहिक प्रगति प्रतिवेदन प्राप्त करने तथा समयबद्ध कार्रवाई करने पर विशेष बल दिया गया, ताकि पात्र लाभुकों को बिना देरी मुआवजा राशि उपलब्ध हो सके।

बैठक में सड़क सुरक्षा को लेकर जिलेभर में व्यापक जन-जागरूकता एवं प्रवर्तन अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। जिला पदाधिकारी ने “नो हेलमेट, नो पेट्रोल” व्यवस्था को सख्ती से लागू करने के निर्देश देते हुए कहा कि बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चालकों को पेट्रोल नहीं दिया जाएगा। इस व्यवस्था के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सभी पेट्रोल पंपों पर नियमित और औचक निरीक्षण कराने के निर्देश दिए गए। नियमों का उल्लंघन करने वाले पंप संचालकों पर मोटर वाहन अधिनियम के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी।

नवादा शहरी क्षेत्र में लगातार बढ़ रही यातायात जाम की समस्या को देखते हुए अवैध रूप से संचालित टोटो वाहनों के विरुद्ध सघन जांच अभियान चलाने तथा बिना हेलमेट वाहन चलाने वालों पर विशेष अभियान के तहत चालान की कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया गया।

इसके अतिरिक्त विद्यालयों, महाविद्यालयों और प्रमुख चौक-चौराहों पर सड़क सुरक्षा से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने पर जोर दिया गया, ताकि आम नागरिकों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़े और दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।

बैठक के दौरान सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में प्रभावी कमी लाने के लिए नई रणनीतियों को अपनाने और सभी संबंधित विभागों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने पर भी सहमति बनी। समिति के सदस्यों ने बैठक को जन-सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बताया और विश्वास व्यक्त किया कि लिए गए निर्णयों के सकारात्मक परिणाम जल्द देखने को मिलेंगे।

इस अवसर पर सिविल सर्जन, जिला परिवहन पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक (यातायात), अवर परिवहन पदाधिकारी सहित विभिन्न संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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